इस व्यवस्था को लागू करने के लिए आरपीएफ ने भोपाल स्टेशन पर सुरक्षा उपायों को पुख्ता करने की जरूरत बताई। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त को भेजी गई रिपोर्ट में आरपीएफ ने बताया है कि भोपाल स्टेशन पर प्रवेश और निकास के लिए नौ अधिकृत गेट हैं। स्टेशन चारों तरफ से खुला है। कई गैर अधिकृत रास्ते हैं।
प्लेटफार्म नंबर छह की तरफ पश्चिम दिशा का एरिया खुला है। लिहाजा स्टेशन के दोनों ओर एक-एक किलोमीटर यानी कुल दो किमी की छह फीट ऊंची बाउंड्रीवॉल बनानी होगी। इस पर डेढ़ फीट के कंटीले तार लगाना जरूरी है, ताकि स्टेशन में अनाधिकृत प्रवेश को रोका जा सके।
आरपीएफ: संसाधन
06 सीसीटीवी स्क्रीन
87 सीसीटीवी कैमरे
01 बैगेज स्केनर
06 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर
05 बीडीडीएस उपकरण
07 हैंड हेल्ड मैटल डिटेक्टर
06 स्वान दस्ता में डॉग
जीआरपी : संसाधन
06 सीसीटीवी स्क्रीन
02 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर
06 हैंड हेल्ड मैटल डिटेक्टर
40 मैन पेक सेट (वॉकी-टॉकी)
इन्हें बताया आरपीएफ ने जरूरी
स्टेशन पर कई प्रवेश द्वार, इन्हें सीमित किया जाए।
सीसीटीवी कैमरों को पुन: व्यवस्थित किया जाए।
प्रवेश द्वार बैगेज स्केनर मशीन से कवर किए जाएं।
आरपीएफ, जीआरपी व रेल स्टाफ में समन्वय बढ़े।