छात्राओं के पूजा करने पर आपत्ति
पूरे मामले पर जब पत्रिका ने पड़ताल की तो और हैरान करने वाले तथ्य सामने आए। छात्रावास से हैरान करने वाली बातें बताई। पता चला कि छात्रावास की वार्डर जबरदस्ती अन्य धर्मे की बातें करती थी और छात्राओं को पूजा करने के लिए वर्जित करती थीं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में भी स्पष्ट लिखा गया है कि छात्रावास प्रभारी के द्वारा छात्राओं पर अन्य धर्म की बातें थोपी जाती थी।
250 कन्या की सुरक्षा के लिए एक कैमरा तक नहीं
खबर की पड़ताल में एक तथ्य यह भी सामने आया कि 250 छात्राओं वाले कन्या छात्रावास में कदम- कदम पर अनियमितता है। पूरे छात्रावास परिसर में कहीं भी एक सीसीटीवी कैमरा तक नहीं लगाया गया। जिम्मेदार अधिकारियों से जब इस पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अब आपने बताया है तो लगवा लेंगे।
जिम्मेदार देते रहे सफाई
मामले को लेकर तत्काल संज्ञान लिया गया है और वार्डन को निलंबित किया गया है। जहां तक सवाल छात्रावास में पूजा पाठ को वर्जित करने पर है। तो जो भी ऐसा बोल रहा है वो आकर बयान दे, तब आगे की जांच होगी।
नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर, नर्मदापुरम
आपको द्वारा ये मामला संज्ञान में आया है। कलेक्टर से बात कर जांच के निर्देश दिए हैं। अगर ऐसा मामला है तो जल्द ऐसा कृत्य करने वालों पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
प्रियंक कानूनगो, अध्यक्ष, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग
धर्म को लेकर जहां बात है तो इसकी जांच शिक्षा विभाग नहीं बल्कि पुलिस को करना है। 19 तारीख से हास्टल खुलेगा जब सब छात्राएं आएंगी तब पूछताछ की जाएगी।
एसपीएस बिसेन, जिला शिक्षा अधिकारी, नर्मदापुरम