ग्वालियर और आगरा के बीच प्रस्तावित कॉरिडोर की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस हाई-स्पीड कॉरिडोर परियोजना का एमपी को सर्वाधिक लाभ मिलेगा। यह 6-लेन हाई-वे एमपी को उत्तर प्रदेश और राजस्थान से जोड़ेगा। अधिकारियों के अनुसार इस प्रोजेक्ट के तहत ग्वालियर जिले के सुसरा गांव से आगरा जिले के देवरी तक रोड निर्माण किया जाएगा।
एमपी में बनेगा एक और बड़ा एयरपोर्ट, नए हवाई अड्डे के लिए एएआई ने शुरु किया सर्वे ग्वालियर-आगरा हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर (बीओटी) के तहत कराया जाएगा। कॉरिडोर से ग्वालियर से आगरा के बीच की 32 किमी कम होकर महज 88.4 किमी रह जाएगी। इन महानगरों के बीच यात्रा का समय भी घटकर आधा हो जाएगा। आगरा-ग्वालियर के बीच का सफर अभी ढाई घंटे में पूरा होता है। कॉरिडोर से यह यात्रा केवल एक से डेढ़ घंटे में हो जाएगी।
ढाई साल में बनेगा 6 लेन
ग्वालियर आगरा हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए एनएचएआई हाईस्पीड से काम कर रही है। अगस्त में ही इसके टेंडर कॉल कर दिए गए थे। कंस्ट्रक्शन कंपनी व एनएचएआई के बीच एग्रीमेंट होगा। इसके बाद संबंधित कंपनी को 6 महीने का समय दिया जाएगा। यह अवधि खत्म होते ही कंपनी को अगले ढाई साल में कॉरिडोर को तैयार करके देना होगा।
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ग्वालियर आगरा 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोरलंबाई- 88.400 किमी
लागत- 4613 करोड़ रुपए
स्पीड लिमिट- 100 किमी प्रति घंटा
जमीन अधिग्रहित होगी- 502 हेक्टेयर
पुल व आरओबी बनेंगे- 53