चिकित्सा प्रभारी कन्हैया लाल यादव ने बताया कि जहरीले पानी के प्रभाव से कई लोगो की हालत बिगड़ी थी, लेकिन अब स्वास्थ्य ठीक है फिर भी एहतिहात के तौर पर लोगों का चेकअप किया जा रहा है। बुधवार रात एक दर्जन लोगों का जी घबराने लगा व उल्टियां होने लगी। इस पर एंबुलेंस के जरिए बीमारों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया।
थाना क्षेत्र के इटावा गांव के बलाइयों का झोपड़ा में बुधवार को पानी की टंकी में कीटनाशक डालने वाले शरारती तत्वों का बुधवार को भी कोई सुराग नहीं लगा। चिकित्सा टीम ने बुधवार को गांव में ही डेरा डाले रही। हालांकि गांव में अभी भी दहशत का माहौल है। इधर, बीमारी की स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा विभाग ने इलाज के लिए चिकित्सक राजेश मीणा के नेतृत्व में चिकित्सा टीम को बलाइयों का झोपड़ा में ही लगा रखा है। घटना के तीसरे दिन पानी में जहर मिलाने वाले का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।