उन्होंने बताया कि 15 जनवरी 2012 को स्टेशन मरोदा निवासी झासु राम उर्फ घासु (54वर्ष) ने अपनी पत्नी ममता साहू पर मिट्टी तेल डालकर जला दिया था। दोनों शराब प्रेमी थे। घटना के दिन दोनों के बीच विवाद हुआ। इस पर आरोपी ने ममता पर मिट्टी तेल डालकर उसे जला दिया था। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने जब कथन लिया तो उसने पति की पूरी करतूत को बता दिया।
मामले में धारा 307 के तरह प्रकरण दर्ज किया गया। 15 दिनों तक अस्पताल में चले इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद मामले में हत्या की धारा 302 को जोड़ा और फरार आरोपी झासु राम की खोजबीन शुरू की। 12 साल के बाद वह राजनांदगांव से पकड़ा गया। पूछताछ में झासु ने अपनी पत्नी को जलाकर उसकी
हत्या करने स्वीकार किया। मामले में कार्रवाई कर जेल भेजा गया।
बेटा चोरी का माल बाप को देता था
क्राइम डीएसपी हेम प्रकाश नायक ने बताया कि चोरी की वारदात को लेकर स्पेशल टीम काम कर रही है। इस बीच एक चोरी के मामले में 15 वर्षीय नाबालिग को पकड़ा गया। उससे जब चोरी के सामग्री को खपाने के संबंध में पूछताछ की गई, तब उसने अपने पिता झासु राम को देना स्वीकार किया। इसके बाद टीआई तापेश नेताम के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी के लिए
राजनांदगांव रवाना किया गया।
झासु राम अपनी बेटी के घर में रहता था। रोजी मजदूरी कर जीवन यापन कर रहा था। आरोपी घासु लगातार अपना नाम और स्थान बदल बदल कर रह रहा था। गिरफ्तार नहीं होने पर घासू की गिरफ्तारी को लेकर 10 हजार रुपए नकद इनाम की घोषणा थी, पर वह पकड़ा नहीं गया। जब मामला पुराना हो गया तब वह अपनी बेटी के घर राजनांदगांव में रहकर रोजी मजदूरी कर रहा था।