भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी की भरतपुर इकाई को एक दिव्यांग परिवादी ने बीते दिन लिखित शिकायत दी थी कि उसने अनुजा निगम में अनुदान प्राप्त करने के लिए आवेदन किया था, जिसमें अनुजा निगम से 50 हजार रुपए का अनुदान स्वीकृत भी हो गया, लेकिन उस अनुदान राशि को मेरे बैंक खाते में डालने के एवज में अनुजा निगम का सहायक सांख्यिकी अधिकारी 25 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड करते हुए परेशान कर रहा है।
इस पर एसीबी भरतपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस राजेश सिंह के सुपरवीजन में एसीबी की भरतपुर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर मंगलवार को शाम करीब 5 बजे मय टीम के ट्रेप कार्रवाई करते हुए आरोपी अनुजा निगम के सहायक सांख्यिकी अधिकारी नीरज शर्मा को 7 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में अब एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में आरोपी नीरज शर्मा से पूछताछ एवं कार्रवाई जारी है।
एसीबी की ओर से इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा। बता दें कि रिश्वत के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अब तक करीब एक दर्जन से अधिक रिश्वतखोरों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है।