हमें इस डिजिटल युग में लगातार अपने आप को अपडेट रखना है। अपनी निजी जानकारियां सोशल मीडिया पर सांझा नहीं करनी चाहिए। राष्ट्रीय अपराध रेकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े का जिक्र करते हुए साइबर अपराध से बचने के संबंध मे मंत्र दिया कि प्रीकॉशन इस बेटर देन क्योर। प्राचार्य एमबीसी राजकीय कन्या महाविद्यालय हुकमाराम सुथार ने साइबर क्राइम जागरूकता को आज के समय की मांग बताते हुए ऐसे और कार्यक्रम करने का आह्वान किया। उपअधीक्षक रणवीर सिंह, प्रभारी अधिकारी डीसीआरबी महिपाल सिंह बतौर अतिथि मौजूद रहे। प्राचार्य इंजीनियरिंग महाविद्यालय एस के विशनोई ने आज के परिपेक्ष्य में विद्याथियों को साइबर लिटेरसी से आगे बढ़कर इससे संबन्धित विभिन्न अकेडमिक कोर्स किए जाने की महती आवश्यकता पर प्रकाश डाला। निदेशक तकनीकी शिक्षा आलोक बंसल ने ऑनलाइन जुडते हुए संस्थान को ऐसे कार्यक्रम करने पर बधाई देते हुएआगामी समय में और कार्यक्रम करने की आवश्यकता जताई। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सहायक निदेशक मनोज सिंह ने परिषद की ओर से उच्च शिक्षण संस्थाओं में साइबर जागरूकता के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं राजस्थान में चल रहे विभिन्न तकनीकी पाठ्यक्रमों की जानकारी दी। विशेषज्ञ प्रियंका मीना भी विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम समन्वयक प्रशांत जोशी व सह-समन्वयक रोशन लाल जैन ने कार्यक्रम संबंधी जानकारी दी। अतिथियों ने विभिन्न संस्थानों में आयोजित हुई प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार वितरित किए। संस्थान के प्राचार्य कमल पंवार ने धन्यवाद ज्ञापित किया संजय शर्मा, अचलाराम, अमृत लाल, कैलाश कुमार, वसुदेव, पुरुषोत्तम, सूर्यप्रकाश, किशन दवे उपस्थित रहे।