इस बार पहली बार परीक्षा प्रारम्भ होने के समय से 10 मिनट पहले तक यानि की प्रथम पाली में प्रातः 09:20 बजे तक तथा दूसरी पाली में अपरान्ह 02:20 बजे तक परीक्षा केन्द्र में प्रवेश लेना अनिवार्य है। अन्यथा प्रवेश नहीं मिल सकेगा। परीक्षा केन्द्र में जैमर लगेंगे ताकि किसी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस क्रियाशील नहीं हो।
कमिश्नर डॉ. पीवी जगनमोहन ने कहा कि देश की सर्वोच्च उच्च सेवा की परीक्षा है। आयोग के निर्देशों के अनुरूप त्रुटि रहित सम्पन्न कराई जाए। परीक्षा हेतु मार्ग निर्देशन पुस्तिका का मजिस्ट्रेट व केन्द्र सुपरवाइजर अच्छे से अध्ययन कर लें। 37 केन्द्रों के 677 कमरों में परीक्षा व्यवस्था की गई है। परीक्षार्थी के लिये शुद्ध पेयजल, विद्युत कटौती पर जनरेटर की व्यवस्था, शौचालय साफ सुथरे रखने के निर्देश दिये गये। परीक्षार्थी की जिस केन्द्र पर परीक्षा हेतु अधिकृत किया गया है, वहीं परीक्षा दे सकेगा। कमिश्नर ने बताया कि हमारे देश की यूपीएससी परीक्षा व्यवस्था को विश्व के कई देश अनुकरणीय मानते हैं।
जिलाधिकारी वीरेन्द्र कुमार सिंह ने दिल्ली में इस परीक्षा के लिये बताये गये दिशा-निर्देशों की जानकारी दी जिसमें विशेष रूप से परीक्षा प्रारम्भ के समय से 10 मिनट पूर्व तक केन्द्र में प्रवेश की अनुमति, जैमर के प्रयोग, प्रवेश पर तलाशी, हर केन्द्र पर महिला पुलिस कर्मी की उपलब्धता, स्वच्छ व शुद्ध पेयजल व्यवस्था, जनरेटर की व्यवस्था आदि की विस्तार से जानकारी दी।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि हर केन्द्र पर पुलिस सब इंस्पेक्टर, पुरुष व महिला कांस्टेबल रहेंगे जो प्रवेश के दौरान तलाशी का भी कार्य करेंगे। मजिस्ट्रेट के साथ अलग से फोर्स रहेगा। एसपी सिटी को पुलिस का नोडल अधिकारी बनाया गया है। पूरे मंडल के मजिस्ट्रेट व अधिकारी लगाये गये हैं। बैठक में ओएमआर शीट खोलने, परीक्षा उपरान्त पैक करने तथा डाकघर के माध्यम से आयोग को भिजवाने आदि की प्रक्रिया तथा मजिस्ट्रेट व पुलिस अभिरक्षा में कार्रवाई पर चर्चा हुई।