scriptअजहरी मियां के जनाजे में उमड़ा जन सैलाब, गमगीन माहौल में हुए सुपुर्दे खाक | Tajush Sharia Azahari Miyan ke Janaze mein umada jan sailaab hindi new | Patrika News
बरेली

अजहरी मियां के जनाजे में उमड़ा जन सैलाब, गमगीन माहौल में हुए सुपुर्दे खाक

अजहरी मियां को गमगीन माहौल में सुपुर्दे खाक कर दिया गया।

बरेलीJul 22, 2018 / 07:17 pm

धीरेंद्र यादव

Tajush Sharia Azahari

Tajush Sharia Azahari

बरेली। बरेलवी मसलक के बड़े आलिम मुफ़्ती अख्तर रजा खां कादरी “अजहरी मियां” को रविवार को सुपुर्दे खाक कर दिया गया। उनके जनाजे की नमाज इस्लामिया मैदान में उनके बेटे और शहर काजी असजद मियां ने अदा कराई। नमाज में बरेली के स्थानीय लोगों के साथ देश विदेश से बड़ी तादात में आए अकीदतमंदों ने शिरकत की। नमाज ए जनाजा के बाद अजहरी मियां की मय्यत को मोहल्ला सौदागरान स्थित दरगाह आला हजरत के पास अजहरी गेस्ट हाउस लाया गया। जहां अजहरी मियां को गमगीन माहौल में सुपुर्दे खाक कर दिया गया।
ये भी पढ़ें – राहुल गांधी, अमर सिंह और संजय दत्त जैसी हस्तियों से भी नहीं मिले थे अजहर मियां

शुक्रवार को हुआ था इंतकाल
अजहरी मियां पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे और तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को तबियत में सुधार होने पर उन्हें दरगाह आला हजरत स्थित उनके घर ले आया गया था लेकिन शुक्रवार देर शाम उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके इंतकाल की ख़बर फैलते ही देश विदेश में उनके अकीदतमंदों में गम की लहर दौड़ गई और नमाज ए जनाजा में शामिल होने के लिए देश के कई प्रदेशों के अलावा विदेशों से भी उनके मुरीद बरेली पहुंचे। अजहरी मियां के जनाजे को मोहल्ला सौदागरान से इस्लामिया मैदान लाया गया, जहां पर जनाजे की नमाज अदा की गई।
ये भी पढ़ें – दुनिया भर के 50 प्रभावशाली मुस्लिमों में शामिल अजहरी मियां का इंतकाल

मिस्र में की पढ़ाई
आला हजरत खानदान में पैदा हुए अजहरी मियां की पूरी जिंदगी मसलके आला हजरत को आगे बढ़ाने में गुजरी। अजहरी मियां का जन्म दो फरवरी 1943 को हुआ था। उनकी शुरुआती तालीम मदरसा दारूल उलूम मंजरे इस्लाम मे हुई उन्होंने यहां पर उर्दू के अलावा फारसी की भी तालीम हासिल की।1952 में इस्लामिया इंटर कॉलेज में दाखिला लेकर उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी की भी तालीम हासिल की। कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद वो 1963 में मजहबी तालीम हासिल करने के लिए मिस्र के शहर काहिरा की विश्व प्रसिद्ध अजहरिया यूनिवर्सिटी चले गए और वहां से तालीम लेने के बाद 1966 में वापस लौटे, तभी से उनके नाम के आगे अजहरी लग गया।
ये भी पढ़ें – अजहरी मियां के अंतिम दीदार से न रोक सकी तेज बारिश, आज होंगे सुपुर्द ए खाक

कई राजनैतिक हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
अजहरी मियां के निधन पर तमाम राजनैतिक हस्तियों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान, सपा नेता आजम खान, केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने अजहरी मियां के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें खिराजे अकीदत पेश की है।

Hindi News / Bareilly / अजहरी मियां के जनाजे में उमड़ा जन सैलाब, गमगीन माहौल में हुए सुपुर्दे खाक

ट्रेंडिंग वीडियो