उन्होंने आगे कहा, “मुसलमानों की लड़कियों को हिंदू लड़के फंसा रहे हैं। 10 लाख मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़कों ने फंसाया है। इन्हीं सब मामलों की वजह से मुझे तिरंगा यात्रा निकालनी पड़ रही है। हमारी बात सरकार नहीं सुन रही है। यही कारण है कि हमें राष्ट्रपति को ज्ञापन देने के लिए जाना पड़ रहा है।”
मौलाना तौकीर रजा ने कहा, “मेरा मानना यह है कि केंद्र सरकार ने ही माहौल खराब करने वाले लोगों को लगाया हुआ है, उन्हें आदेश है कि इस तरह के काम करते रहो और लोगों को उलझा कर रखो। सरकार लोगों की बुनियादी जरूरत पर ध्यान नहीं देती है। सिर्फ लिंचिंग और फसाद पर नजर बनाए रखती है।”
कानपुर में वकीलों ने आरोपियों और पुलिस को पीटा, 10 पर FIR
उन्होंने आगे कहा, “ये लोग हिंदू मुस्लिम नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं, आरएसएस के दत्तात्रेय होसबले कह रहे थे कि हिंदू राष्ट्र पहले से है, जब पहले से हिंदू राष्ट्र है तो हिंदू राष्ट्र की मांग क्यों हो रही है? हिंदू राष्ट्र की मांग जो लोग उठा रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।”मौलाना ने कहा, “मजबूर होकर हम तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। हमारे एक हाथ में तिरंगा और दूसरे हाथ में संविधान होगा। राष्ट्रपति से जो हमारा प्रतिनिधिमंडल मिलेगा, उसमें देश भर के 15 लोग शामिल होंगे। 15 लोगों की आईडी राष्ट्रपति को भेज दी गई है।”