सांसद, विधायकों की एक न चली, ठेकेदार के सामने
नगर निगम में ठेकेदारी का अंदाज ही अलग है, यहां मानकों पर काम करने वाले ठेकेदार ज्यादा दिन टिक नहीं पाते हैं। निगम में टिके रहने के लिये काम चोरी, दबंगई, कमीशन खोरी की योग्यता होना जरूरी है। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में भी इन दिनों ऐसी ही विशेष योग्यता वाले ठेकेदारों का जमाबड़ा है। दीवाली से पहले ठेकेदार मो. कय्यूम खां ने भाजपा के बैनर में लपेटकर कूड़ा उठवा रहा था। पार्टी झंडे के निशान वाले बैनर के साथ आपत्तिजनक व्यवहार को लेकर क्षेत्रीय पार्षद चंद्र प्रकाश गुप्ता ने इसकी शिकायत किला पुलिस से की थी। इस मामले में 29 अक्टॅूबर 2024 को किला थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। इसकी शिकायत मेयर और नगर आयुक्त से भी की गई। इसकी जांच नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. भानू प्रकाश की अगुवाई में की गई। आरोप है कि शिकायतकर्ता से बगैर पूछे ही नगर स्वास्थ्य अधिकारी के इशारे पर ठेकेदार के पक्ष में रिपोर्ट लगाकर उसे क्लीनचिट दे दी गई।
ठेकेदार के भुगतान को लेकर नगर निगम में बंटी रहीं रेबड़ी
28 अक्टूबर की सुबह शहर के सबसे प्रतिष्ठित अलखनाथ मंदिर मार्ग पर सड़क वा नालियों की सफाई होनी थी। क्षेत्रीय पार्षद चंद्र प्रकाश गुप्ता ने इसकी शिकायत नगर निगम में की तो ठेकेदार कय्यूम से सफाई कराई गई। पार्षद चंद्र प्रकाश ने शिकायत की कि किला क्रासिंग से अलखनाथ मंदिर होते हुए मिनी बाईपास तक सड़क व नालियों की सफाई की जिम्मेदारी संभाल रहे मैसर्स कय्यूम खान कांट्रैक्टर के कर्मचारियों द्वारा भाजपा के झंडे से कूड़ा उठाया गया। शिकायत के बाद भी ठेकेदार ने बैनर से कूड़ा उठवाना बंद नहीं किया और अभद्रता भी की गई। ये भी कहा कि पेमेंट का अधिकतर हिस्सा अधिकारियों द्वारा लिए जा रहे कमीशन में निकल जा रहा है। इस वजह से झाडू तक नहीं खरीद पा रहे हैं। इसका वीडियो भी अफसरों को दिखाया गया। नगर निगम के अधिकारियों ने कार्रवाई करने के बजाय उसके दोनों फर्मों को भुगतान करने की तैयारी और शुरू कर दी है। हर भुगतान पर रेबड़ी बांटी जा रहीं हैं। हालांकि नगर निगम के सूत्रों के मुताबिक लेखा विभाग के अफसर दस्तखत नहीं कर रहे हैं, कहीं ऐसा न हो जांच में अफसरों की ही कुर्सी खिसक जाये।