बलरामपुर जिले में बीते 48 घंटे से लगातार नॉनस्टॉप मूसलाधार बारिश हो रही है। जिससे यहां बाढ़ का संकट बढ़ता जा रहा है। बारिश के साथ ही नेपाल से शनिवार को 68000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में राप्ती का जलस्तर खतरे के निशान से 103.620 मीटर के सापेक्ष शाम चार बजे तक 103.650 मीटर तक पहुंच गया। राप्ती दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। जिससे तीन दर्जन से अधिक गांव की करीब 50 हजार की आबादी बाढ़ के चपेट में आ आ गई है। कई रास्तों पर पानी भरने के कारण आवागमन प्रभावित हो रहा है। महाराजगंज तराई क्षेत्र में बीते 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण खरझार पहाड़ी नाले में रात से बाढ़ आ चुकी है। जिससे कई गांव जलमग्न है। रामगढ़ मैटहवा, शांति नगर विजयी डीह, जगरामपुरवा, लोहेपनिया, साहेब नगर,लहेरी सुगानगर, पूरेछीटन, अमरहवा, चिकनाउटा आदि गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इन गांव का संपर्क मार्ग कट जाने से आवागमन प्रभावित हो गया है। रामगढ़ मैटहवा, विजयीडीह स्कूलों में पानी भर जाने से शिक्षण कार्य ठप है। बारिश के कारण तटबंध भी कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया है।
हरैया सतघरवा के ग्राम पंचायत मोतीपुर गोसाई का मजरा डिहवा कचनी पहाड़ी नाला के बाढ़ से घिरा हुआ है। प्रधान प्रतिनिधि भोला वर्मा ने बताया कि पहाड़ी नाला के बाढ़ का पानी गांव के दक्षिण पहुंच गया है। किसानों के धान की नर्सरी डूब गई है। बलरामपुर के एसडीएम सदर ने बताया कि सूचना मिली है। मौके पर टीम भेजी गई है।