पारिवारिक ड्रामा है- उन्होंने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी एक संपत्ति है उसके बंटवारे की लड़ाई है। बटवारे में जो बुजुर्ग का हाल होता है, वही हाल मुलायम का है। कहीं एक हाथ पकड़ कर अखिलेश ले जाता है, तो वो उधर चले जाते हैं। तो कहीं उनकी बहू अपर्णा व भाई शिवपाल उन्हें पकड़ कर ले जाते हैं। ये पारिवारिक ड्रामा है।
ये भी पढ़ें- इस बड़े वरिष्ठ सपा नेता का हुआ निधन, भावुक अखिलेश यादव ने दिया बड़ा बयान, लम्बे समय से जुड़े थे समाजवादी आन्दोलन से पार्टी का चरित्र ऐसा है- प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने अखिलेश पर हमला बोलते हुए कहा कि 2012 में अखिलेश सरकार में आये थे यूपी की भलाई के लिए। लोहिया की पार्टी के नेता लोहिया हमेशा विदेशी सामानों का बहिष्कार करते थे। लेकिन अब इस पार्टी के नेता का मोह इटली की टोटी से इतना था कि बंगला खाली करते समय टोटी भी उखाड़ ले गए। ऐसा है इनकी पार्टी का चरित्र।