ग्रामीणों का आरोप है कि गत कई दशकों से गांव का राशन एक कि डीलर सुधीर के पास है और वह ग्रामीणों के साथ में मनमाना अनुचित व्यवहार करता है। इसमें ग्रामीणों को निश्चित समय पर राशन नहीं देना, निर्धारित यूनिट से कम यूनिट के हिसाब के हिसाब से कम राशन देना, महिलाओं के साथ में अभद्रता करना, ग्रामीणों के साथ में बदतमीजी व मारपीट पर उतारू होना आदि हैं। यही नहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि राशन डीलर की प्रशासन से मिलीभगत है। वह अक्सर यह कहता है कि जहां तक शिकायत करनी हो कर लो राशन मेरे हिसाब से ही बटेगा।
घटना की सूचना पाकर स्थानीय पुलिस व सप्लाई इंस्पेक्टर राहुल पटेल मौके पर पहुंच गए तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति भी ग्रामीणों व महिलाओं को समझा-बुझाकर टंकी से नीचे आने के लिए मान मनौव्वल कर रहे थे। मगर ग्रामीण मानने का नाम नहीं ले रहे थे। उनका कहना है कि जब तक उक्त राशन डीलर से राशन कोटे की दुकान किसी अन्य को हस्तांतरित नहीं की जाती तब तक वह टंकी से नहीं उतरेंगे। दोपहर बाद में एसडीएम बड़ौत के समझाने से महिलाएं व पुरुष टंकी से नीचे उतर आए और अधिकारियों के साथ बातचीत जारी है।