कलाकृति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों को भी दर्शाया गया है। इन आकृतियों में दीयों का उपयोग करके ‘जय श्री राम’ लिखा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह कलाकृति बिहार के कलाकारों के एक समूह ने पिछले पांच से सात दिन में बनाई है।
14 साल वनवास के बाद लौटे थे अयोध्या
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि भगवान श्री राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। उस समय पूरी अयोध्या सजी हुई थी। भगवान राम की उनके ‘पराक्रमी रूप’ में एक आकृति बनाई गई थी। यह नए भारत के युवाओं को यह संदेश देने के लिए है कि उन्हें ‘पराक्रमी’ होना चाहिए।
बता दें कि भगवान राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनकर तैयार हो रहा है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचेंगे। इससे पहले राजनेताओं, नेताओं, अभिनेताओं, साधु- संतों इत्यादि सभी लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। इसी कड़ी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया। इस पर अखिलेश यादव ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को लिखकर प्राण प्रतिष्ठा के बाद सपरिवार शामिल होने के लिए कहा है।