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सीपीईसी के तहत चलेगी बसचीन-पाक के बीच बस सेवा ‘चाइना पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर’ के तहत शुरू होगी। पाकिस्तान न्यूज पेपर डॉन के हवाले से आई खबर के अनुसार यह बस सर्विस एक प्राइवेट ट्रांसपोर्ट कंपनी द्वारा संचालित किए जाने की सूचना है। इसकी शुरुआत 13 नवंबर को होनी है। यह बस सर्विस पाकिस्तान के लाहौर से चीन के काशगर तक जाएगी। 30 घंटे की इस बस यात्रा का किराया चीन जाने के लिए 13 हजार पाकिस्तानी रुपये होगा जबकि वापसी में यह किराया 23 हजार रुपये रखा गया है। कई लोगों द्वारा इस बस सर्विस के लिए एडवांस बुकिंग भी कराई गई है ।
भारत ने इस प्रस्तावित बस सेवा पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। पाक अधिकृत कश्मीर से गुजरने वाली इस बस सर्विस को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत ने इस सेवा को शुरू करने के लिए पाकिस्तान और चीन दोनों के सामने अपना विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा, “तथाकथित ‘चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर’ के तहत पाक अधिकृत कश्मीर में बस सर्विस को लेकर हमने विरोध दर्ज कराया है।”
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रवीश कुमार ने कहा कि भारत सरकार ने चीन और पाकिस्तान के बाउंड्री अग्रीमेंट को मान्यता नहीं दी है। 1962 में जहां चीन ने अवैध तरीके से भारतीय भूमि पर कब्ज़ा कर लिया, वहीं पाकिस्तान ने 1948 से कश्मीर के एक तिहाई हिस्से पर अवैध रूप से काबिज है। उन्होंने कहा, “भारत यह दृढ़ रूप से बताना चाहता है कि पाक अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। और इसलिए पाकिस्तान द्वारा चलाई जाने वाली कोई भी बस सर्विस भारत की संप्रभुता और क्षेत्र का उल्लंघन है।”