शिकार हुए पीड़ितो में महिलाओं और बच्चों की संख्या सबसे अधिक
संयुक्त राष्ट्र के मिशन ने अफगानिस्तान में एक रिपोर्ट के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘शुरुआती जांच से साफ होता है कि संघर्ष का शिकार हुए पीड़ितो में महिलाओं और बच्चों की संख्या सबसे अधिक थी।’ बताया जा रहा है कि हाल मेें हुए हमलों में करीब तीन घायल भी हुए। बताया जा रहा है कि हमला वहां के अशांत हेलमंद प्रांत में मंगलवार देर रात को हुए। इसमें अमरीकी परामर्शकों के साथ काम कर रहे अफगान विशेष बलों और तालिबान लड़ाकों के बीच मुठभेड़ हुई।
एक परिवार के कई सदस्य मारे गए
पहले इस बारे में जानकारी देते हुए प्रांतीय अधिकारियों ने दावा किया था कि इस हमले के दौरान एक परिवार के कई सदस्य मारे गए है। साथ ही एक अधिकारी ने कहा था कि हमले में 18 नागरिकों की मौत हुई है। हालांकि अधिकारियों ने पहले इन आंकड़ों की पुष्टि नहीं की थी। इस संबंध में नाटो की ओर से जारी किए बयान में कहा गया कि वे घटना की जांच कर रहे हैं।
लड़ाई के दौरान एक घर में घुस गए थे आतंकी-सुरक्षाबल
हमले के पास बसे एक प्रत्यक्षदर्शी हाजी मोहम्मद ने बताया कि ये हमला उस वक्त हुआ जब तालिबानी आतंकवादी सुरक्षाबलों के साथ लड़ाई के दौरान एक घर में घुस गए। हाजी का कहना है कि झड़प में नौ आतंकवादियों समेत कई नागरिक मारे गए। इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट की माने तो वहां बसे नागरिक बेहद मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। गौरतलब है कि इस साल जनवरी से सितंबर तक के आंकड़ें देखे जाएं तो इस दौरान करीब 8,050 लोग की मौत या घायल होने की जानकारी मिली है।