अक्टूबर में नहीं पहुंची खाद्य सामग्री
उधर, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने बताया कि उत्तर की ओर जाने वाले मुख्य रास्ते बंद होने के कारण अक्टूबर की शुरुआत से अब तक उत्तरी ग़ाज़ा में खाद्य सामग्री नहीं पहुंची, जिससे करीब 10 लाख लोगों पर भूखे रहने का खतरा बढ़ गया है। संयुक्त राष्ट्र की संस्था ने बताया, यहां अकाल का खतरा बना हुआ है। इस कारण शरणार्थियों (refugees) को दिक्कत हो रही है। इस बीच WFP समर्थित डेर अल बलाह स्थित दो बेकरियों को भी आटे और ईंधन की कमी के कारण फिलहाल बंद करना पड़ा है।
इज़राइल-ग़ाज़ा विवाद : एक नज़र
इज़राइल-गाज़ा विवाद एक जटिल और लंबे समय से चला आ रहा संघर्ष है, जो मुख्य रूप से निम्नलिखित पहलुओं से प्रभावित है: भूमि विवाद: इज़राइल और ग़ाज़ा दोनों के बीच भूमि अधिकारों का विवाद है। ग़ाज़ा Strip में बसे Palestinain लोगों का मानना है कि उनके अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। हिज़बुल्लाह और हमास: ग़ाज़ा Strip में हमास जैसे सशस्त्र समूहों की उपस्थिति
इज़राइल के लिए सुरक्षा खतरा है। इन समूहों ने कई बार इज़राइल पर हमले किए हैं, जिसके जवाब में इज़राइल ने भी आक्रामक कार्रवाई की है।
मानवीय संकट: लगातार संघर्ष के कारण गाज़ा में मानवीय संकट गहरा गया है। बुनियादी सेवाओं की कमी, खाद्य असुरक्षा और स्वास्थ्य संकट जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। राजनीतिक स्थिति: यह विवाद अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसमें विभिन्न देश और संगठन अपने हितों के अनुसार पक्ष लेते हैं।
सुरक्षा उपाय: इज़राइल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए कठोर उपाय अपनाता है, जिसमें सीमाएं बंद करना और हवाई हमले शामिल हैं, जबकि ग़ाज़ा में नागरिकों को इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ता है। बहरहाल यह विवाद न केवल इज़राइल और गाज़ा के बीच तनाव को बढ़ाता है, बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में अस्थिरता का कारण बनता है।