भारत सरकार आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप पुरी द्वारा विज्ञान भवन नई दिल्ली में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणाम घोषित किए गए। इसमें अंबिकापुर को 5 स्टार गार्बेज फ्री सिटी से पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार अंबिकापर महापौर, आयुक्त और ईई द्वारा ग्रहण किया गया।
ऐसे हुआ अंकों का बंटवारा
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 कुल 6000 अंक का था, जिसमें 2400 अंक डॉक्यूमेंटेशन, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन, 1800 अंक सर्टिफिकेशन एवं 1800 अंक सिटीजन फीडबैक के लिए था।
वाटर रिसाइकलिंग के क्षेत्र में भी किया काम
इस सर्वेक्षण में अंबिकापुर द्वारा तरल अपशिष्ट प्रबंधन में नालियों के पानी के उपचार हेतु प्राकृतिक पद्धति का प्रयोग कर वाटर रिसाइकलिंग के क्षेत्र में कार्य किया गया। उपचारित जल का प्रयोग निर्माण कार्य एवं उद्यानों में किया जाता है। नगर के 36 सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों का सुदृढ़ीकरण कर बेहतरीन सुविधा सुनिश्चित की गई।
3 हजार घरों से निकले कचरे से बनाया जा रहा खाद
अंबिकापुर नगर के 3 हजार से ज्यादा परिवारों द्वारा होम कम्पोस्टिंग के द्वारा गीले कचरे का घरों में निष्पादन किया जा रहा है। निगम द्वारा तैयार खाद का विक्रय कर आय अर्जन एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने में भी कार्य हो रहा है।
मिले 3 अवार्ड
निकाय के जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, स्वच्छता दीदियों द्वारा जन सहयोग से अंबिकापुर को स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी बनाए रखने के लिए कार्य किया गया है। निगम द्वारा किए गए कार्य एवं् नागरिक फीडबैक के आधार पर शनिवार को अंबिकापुर को भारत सरकार द्वारा 5 स्टार शहर, प्रेरक दौड़ प्रतियोगिता में गोल्ड अनुपम नगर एवं 1 लाख से 10 लाख जनसंख्या श्रेणी में देश में द्वितीय सबसे स्वच्छ शहर से पुरस्कृत किया गया।
कचरे से एक महीने में 20 लाख की आय
वर्तमान में अंबिकापुर में 18 एसएलआरएम केंद्रों में 470 दीदियां कार्यरत है, जो 48 वार्डों से डोर-टू-डोर कलेक्शन कर रही हैं। प्रतिदिन 51 मीट्रिक टन कचरे को प्रोसेस कर कचरे के विक्रय से प्रतिमाह 5 से 6 लाख एवं यूजर चार्ज से 15 लाख कुल 20 से 21 लाख प्रतिमाह आय अर्जित की जा रही है।