इससे पूर्व चौधरी ने पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव के समय विधायक सुरेश सिंह रावत ने भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष गृहमंत्री अमित शाह के नाम पर सांसद का टिकट दिलाने के नाम पर साढ़े चार करोड रूपए नकद लिए तथा टिकट भी नहीं दिलाया। पहली किस्त में तीन करोड़, दूसरी पिचासी लाख तथा तीसरी किस्त में पैंसठ लाख रुपए लिए।
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‘मेरे खिलाफ राजनीतिक षड़्यंत्र’
विधायक सुरेश सिंह रावत ने आरोपों के शाम पत्रकारों से वार्ता के दौरान आरोपों का सिरे से खारिज करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव से पहले छवि धूमिल करने का राजनैतिक षड्यंत्र बताया। रावत ने आरोपी पर साढ़े चार साल तक कोई शिकायत नहीं करने पर भी सवाल उठाया। रावत ने कहा कि वे आरोपों के बारे में किसी भी तरह की जांच कराने काे तैयार हैं। नारको टेस्ट सहित हर प्रकार की जांच कराने को तैयार होने की बात कही।