नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी और इसके समकक्ष संस्थानों में प्रवेश के लिए सीबीएसई जेईई मेंस परीक्षा कराता है। इनमें से 2.20 लाख विद्यार्थी आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईई एडवांस परीक्षा देते हैं। इसी तरह कॉलेज-यूनिवर्सिटी में व्याख्याता बनने के लिए सीबीएसई नेट-जेआरएफ परीक्षा कराता है। पहले यह परीक्षा यूजीसी कराती थी। साथ ही स्कूल स्तर पर शिक्षकों की पात्रता के लिए भी सीटेट परीक्षा सीबीएसई ही कराता है। एआईसीटी, यूजीसी और अन्य संस्थाएं भी गेट, क्लेट और अन्य प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करती हैं।
बनेगी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी केंद्र सरकार ने सभी प्रवेश एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी बनाने का फैसला किया है। हाल में पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रीमंडल ने इसके गठन की मंजूरी दी है। इसी एजेंसी को भविष्य में प्रवेश परीक्षाएं करानी हैं।
2018 या इसके बाद शुरुआत नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के गठन के बाद नियमानुसार केंद्र सरकार अधिसूचना जारी करेगा। इसके बाद एजेंसी को जेईई मेन्स, जेईई एडवांस, नेट-जेआरएफ, सीटेट, गेट, क्लेट और अन्य परीक्षाएं कराने की जिम्मेदारी दी जाएगी। उधर सत्र 2017-18 के साढ़े चार महीने बीत चुके हैं। 8 अप्रेल में जेईई मेंस की ऑफलाइन परीक्षा होगी।
इसके लिए सीबीएसई तिथि घोषित कर चुका है। इसी तरह जेईई एडवांस परीक्षा 20 मई को होगी। यह परीक्षा आईआईटी कानपुर कराएगा। नीट, सीटेट और नेट-जेआरएफ और अन्य परीक्षाओं की तिथियां फिलहाल तय नहीं हैं। ऐसी स्थिति में टेस्टिंग एजेंसी को सत्र 2018-19 या इसके बाद जिम्मा मिल सकता है।