जानकारी के मुताबिक शहर के कागड़ापीठ इलाके में में चाय की दुकान के निकट रविवार रात को इसी इलाके में रहने वाले अल्पेश ठाकोर और उसके चचेरे भाई महेश ठाकोर पर तलावार, सरिया व अन्य घातक हथियारों से सामूहिक हमला कर दिया गया। इस हमले में घायल दोनों भाइयों को अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद ही अल्पेश ठाकोर की मौत हो गई। आरोपियों में रायपुर क्षेत्र में रहने वाले जिग्नेश शर्मा, विशाल चुनारा, विराज उर्फ बिल्लो चुनारा और एक नाबलिग किशोर शामिल बताया गया है।पुलिस सूत्रों के मुताबिक थाने में दर्ज करवाई गई रिपोर्ट की रंजिश में यह हमला किया गया था। पिछले दिनों अल्पेश ठाकोर की ओर से आरोपी जिग्नेश शर्मा के खिलाफ किसी विवाद में थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई थी। कहा जा रहा है कि इसी रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दिया गया।
हमले की पहले से ही रच ली गई थी साजिश
पुलिस सूत्रों के अनुसार हमलावरों ने अल्पेश पर हमला करने की सजिश पहले ही रच ली थी। फिलहाल नाबालिग समेत दो को हिरासत में ले लिया गया है जबकि शेष की तलाश जारी है।
शराब के अवैध कारोबार के पहलू को लेकर जांच
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपियों में जिग्नेश शर्मा और उसके कुछ साथ शराब के अवैध कारोबार में लिप्त हैं। उनके खिलाफ पहले भी शराब बंदी के खिलाफ मामले दर्ज हैं। कहा जा रहा है कि कहीं न कहीं अवैध शराब की गतिविधियों को लेकर ही इस वारदात को अंजाम दिया गया है। हालांकि पुलिस इस संबंध में जांच कर रही है। अवैध शराब के कारोबार के हर संदिग्ध पहलू को लेकर पुलिस जांच में जुटी हुई है। हालांकि अल्पेश ठाकोर की ओर से दो दिन पहले जो शिकायत दर्ज करवाई गई थी उसमें अवैध कारोबार का उल्लेख नहीं था।
पुलिस की निष्क्रियता पर जमकर विरोध
इस मामले में पुलिस की कथित निष्क्रियता पर लोगों में आक्रोश देखा गया। मृतक परिवार व रिश्तेदारों की महिलाओं ने कागडापीठ पहुंचकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। भारी संख्या में मौजूद महिलाओं और पुरुषों ने शराब का अवैध व्यापार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। थाने में लोगों के गुस्से और तनाव को लेकर पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। स्थिति को शांत करने के लिए भीड़ को तितर बितर करना पड़ा। दूसरी ओर प्राथमिक रूप से लापरवाही मिलने पर शहर पुलिस आयुक्त ने पुलिस निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।