सरकार को सेना बुलाने का अधिकार दिया
इमरान खान समर्थक प्रदर्शनकारी फरवरी में हुए चुनाव के कथित ‘चुराए गए जनादेश’ को लौटाने, जेल में बंद आंदोलनकारियों को रिहा करने और उस संविधान संशोधन को वापस लेने की मांग कर रहे हैं जिसमें कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए सरकार को सेना बुलाने का अधिकार दिया गया है। हालात के मददेनजर वहां क्रिकेट खेलने गई श्रीलंका की ‘ए’ टीम वापस लौट गई है। आशंका जताई जा रही है कि आइसीसी चैंपियंस ट्राफी की मेजबानी भी पाकिस्तान से छिन सकती है।
अंतिम समय तक लड़ने का आह्वान
इमरान खान ने सोशल मीडिया पर डाली गई एक पोस्ट में अपने समर्थकों से अंतिम समय तक लड़ने का आह्वान किया है। उन्होंने देश को बचाने और ‘सच्ची आजादी’ के लिए एकजुट होकर शांतिपूर्वक संघर्ष की बात कही है। हालांकि, उनके समर्थकों ने राजधानी में प्रवेश से रोकने के लिए लगाए गए अवरोध तोड़ना शुरू कर दिया है। इसके बाद प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए। चार जवानों की मौत
पीटीआई प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़पों में अब तक दो पुलिस अधिकारी और
पाकिस्तानी रेंजर्स के चार जवानों की मौत हो चुकी है। स्थिति तब और बिगड़ गई जब इस्लामाबाद-श्रीनगर हाइवे पर पीटीआई प्रदर्शनकारियों का एक वाहन रेंजर्स से टकरा गया। हिंसक झड़पों में प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की और उसके बाद गोलीबारी में एक रेंजर घायल हो गया। सरकार ने अधिसूचना जारी कर सेना को कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कर्फ्यू लगाने का अधिकार भी दे दिया है।
प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं
आंदोलनकारियों का नेतृत्व खान की पत्नी बुशरा बीबी कर रही हैं, जो किसी कीमत पर पीछे लौटने को तैयार नहीं हैं और हर हाल में राजधानी के डी-चौक पर प्रदर्शन की जिद कर रही हैं। यह इलाका पाकिस्तान की सत्ता का केंद्र माना जाता है। यहां अधिकतर सरकारी इमारतें और आला नेताओं, सैन्य अधिकारियों के निवास हैं। प्रशासन ने अत्यधिक संवेदनशील डी-चौक की बजाय प्रदर्शन के लिए संजनी इंटरचेंज का नाम सुझाया है, लेकिन बुशरा बीबी इसके लिए तैयार नहीं हैं। पैलेट गन से फायरिंग
- पुलिस की ओर प्रदर्शनकारियों पर पैलेट गन से फायरिंग की जा रही है, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। पीटीआइ ने कहा कि 20 कार्यकर्ताओं को सीधे गोली मार दी है।
- रावलपिंडी से अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को बुलाया गया है। सोमवार को भी दोनों पक्षों की झड़प में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी। पीटीआइ के तीन कार्यकर्ताओं की भी मौत हो गई थी।
- आइएसआई ने संयुक्त अरब अमीरात से पाक सेना और इमरान खान के बीच टकराव को नियंत्रण में लाने के लिए हस्तक्षेप का आग्रह किया है। शुरुआती संकेतों के मुताबिक यूएई मामले में सहयोग करने का इच्छुक नहीं दिख रहा है।
- अमरीका ने कहा कि अधिकारी मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता का आदर करें। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, हम पाकिस्तान समेत दुनिया भर में हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, शांतिपूर्ण सभा का समर्थन करते हैं।
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