हथौड़े से किए गए कई प्रहार
लियोनिद वोल्कोव पर मंगलवार रात लिथुआनिया (Lithuania) में विल्नुस (Vilnuis) शहर में हमला हुआ। यह हमला वोल्कोव के घर के पास ही हुआ। हमलावर ने पहले उवोल्कोव की कार का शीशा तोड़ा, फिर उसकी आंखों में टियर गैस का छिड़काव किया और फिर उस पर हथौड़े से कई प्रहार किए गए। इस हमले में वोल्कोव घायल हो गया है। हालांकि वोल्कोव खतरे से बाहर है और अस्पताल से घर लौट आया है। वोल्कोव की आंख के नीचे चोट का निशान साफ देखा जा सकता है। पर सिर्फ इतना ही नहीं, उसका दाहिने हाथ की हड्डी टूट गई है और उसके पैर में भी काफी चोट आई है। हालांकि वोल्कोव चल पा रहा है।
नवलनी का करीबी
वोल्कोव को नवलनी का करीबी माना जाता था। वोल्कोव रूस से ही था और 2018 में नवलनी के राष्ट्रपति अभियान में नवलनी के स्टाफ का प्रमुख था। वोल्कोव पिछले साल तक नवलनी के एंटी-करप्शन फाउंडेशन का चैयरमैन भी था। इसके साथ ही वोल्कोव नवलनी का सलाहकार भी था और कई मामलों में नवलनी को सलाह दिया करता था। वोल्कोव पर रूस में कई मामले दर्ज थे और इसी वजह से अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वोल्कोव लिथुआनिया के विल्नुस शहर में रह रहा था।
पुलिस ने जांच की शुरू
विल्नुस की पुलिस ने वोल्कोव पर हुए हमले की जांच शुरू कर दी है। वोल्कोव पर हमला करने वाले की तलाश जारी है। इस हमले के पीछे पुतिन का हाथ था या नहीं, इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। पर नवलनी से जुड़े कई लोगों का मानना है कि इस हमले के पीछे राजनीतिक दुश्मनी बड़ी वजह हो सकती है।
वोल्कोव का काम रहेगा जारी
वोल्कोव ने यह साफ कर दिया है कि वह इस हमले से डरने वाला नहीं है और उसका काम जारी रहेगा। नवलनी का सहयोगी होने की वजह से वोल्कोव भी पुतिन का विरोधी है और उसने भी इस हमले के लिए पुतिन को आरोपी ठहराया है।