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पार्क तारिक अल-सिक्का पर जमा कारों के ढ़ेर में कई कारें ऐसी हैं जिन पर आज भी खून के धब्बे साफ देखे जा सकते हैं। यहां के गृह मंत्रालय के यातायात विभाग के अनुसार, 2018 में देशभर में 4,115 सड़क हादसे हुए, जिसमें 2,500 लोग मारे गए और 3,000 से अधिक लोग घायल हुए। यातायात विभाग के प्रवक्ता कर्नल अब्देलनासर ऐलाफी का कहना है कि “प्रति व्यक्ति सड़क दुर्घटनाओं के जानलेवा मामले में लीबिया सबसे ऊपर है।” गौरतलब है कि 2011 में देश के शासक मुअम्मार गद्दाफी को अपदस्थ करने के लिए शुरू हुए संघर्ष में भी इतने लोग नहीं मरे थे जितने यहां हुई सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए।
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एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 60 लाख की आबादी वाले देश लीबिया में 45 लाख से अधिक वाहन हैं। यहां पर पेट्रोल की कीमत की बात करें तो उसकी कीमत बेहद कम है। यहां पेट्रोल की कीमत 0.15 दिनार (34.03 रुपए) है। यातायात विभाग के प्रमुख जनरल मोहम्मद हादिया ने इस समस्या को लेकर बयान दिया है कि कुछ बेहाल हो चुकी सड़कों की मरम्मत “पिछले 60 वर्षों से नहीं हुई है।” इस वजह से अब वह पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं।