कोतवाली थाना प्रभारी पंकज शर्मा ने बताया कि शशांक जैन का विवाह न होने से परिजन परेशान थे। ऐसे में उनके पिता ओमप्रकाश ने अपने साले से विवाह के लिए रिश्ता बताने की बात कही थी। ओमप्रकाश के साले ने अपने साले आरोपी अशोक जैन से बात की तो अशोक जैन ने यह रिश्ता बताया। पंकज शर्मा ने बताया कि अशोक जैन ने इस विवाह की पूरी साजिश रची थी। ऐसे में उन्होंने इन आरोपियों को भी इसमें शामिल किया और कटनी से विनीता को विवाह के लिए तैयार किया। इसके बाद शेष आरोपी दुल्हन के फूफा, चाचा आदि बन गए। पंकज शर्मा ने बताया कि यह विवाह 1.90 लाख रुपए में तय हुआ था। यह राशि लुटेरी दुल्हन विनीता को देना तय हुआ था।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने जेवरात जब्त किए तो वह सभी नकली थे। इस पर पुलिस ने आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि इन जेवरात से उन्होंने कोई छेड़छानी नहीं की है। इसके बाद पुलिस ने शिकायतकर्ता शशांक से बात की तो उसने बताया कि परिजनों ने नकली जेवरात ही चढ़ाए थे। वहीं पुलिस ने आरोपियों के पास से दुल्हन को दिए गए नकद रुपए के साथ ही जेवरात मिलाकर 2.40 लाख रुपए का माल जब्त कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि लड़की को देखने के बाद दोनों पक्षों ने 18 दिसंबर को टीकमगढ़ जिला न्यायालय में नोटरी पर विवाह कराया था। इसके बाद 19 दिसंबर को यूपी के ललितपुर में परिवार के बीच सभी रस्में करते हुए विवाह किया गया गया। वहीं 20 दिसंबर को विवाह के कार्यक्रम होते रहे और 21 दिसंबर को सुहागरात के दिन बहाने बनाकर दुल्हन भाग गई। पुलिस की माने तो आरोपी दुल्हन पहले से शादी शुदा है और उसका एक बच्चा भी है।