इसी क्रम में करीब 2,500 लोगों ने रातभर गुब्बारे फुलाने का काम किया। मेला शुरू होने से पहले सबकुछ अच्छा था। पूरा Cleveland d जोश में था हीलियम से भरे गुब्बारों को सहारा देने के लिए एक तीन मज़िला छत भी बनाई गई थी लेकिन कुछ समय बाद सब बदल गया। मौसम ख़राब होने की वजह से उन्होंने 1.5 मिलियन गुब्बारे ही आसमान में छोड़ने का फैसला किया। लेकिन अचानक हुई बारिश ने उस खूबसूरत नज़ारे को बुरे सपने में बदल दिया।
लोगों को लगा गुब्बारे आसमान में उड़ जाएंगे लेकिन बारिश के कारण वह नीचे की तरफ आने लगे। देखते ही देखते पूरा क्लीवलैंड गुब्बारों से भर गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वहां के एयरपोर्ट को 30 मिनट के लिए बंद कर दिया गया। लेक ईरी जो उत्तरी अमरीका की पांच बड़ी झीलों में से चौथी सबसे बड़ी झील है। वह भी रंग बिरंगे गुब्बारों से पट गई। उसी समय दो मछुआरों के लापता होने की खबर आई। उन्हें ढूंढने गई रेस्क्यू टीम को गुब्बारों की वजह से परेशानी हो रही थी। काफी खोजने के बाद उनकी डेड बॉडी अगले दिन बरामद हुई।
हादसे का शिकार हुए मछुआरों की पत्नियों के बलून फेस्टिवल का संचालन करने वाले पर केस कर दिया। बता दें कि 1986 में हुए इस बलून फेस्टिवल के चलते कई लोगों की जान गई थी।