Christmas Day 2019: जानिए क्यों सजाया जाता है ‘क्रिसमस ट्री’, जर्मनी से हुई थी शुरुआत
दरअसल, जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं वो केरल में स्थित है जो कि एक हिंदू मंदिर ( Hindu Temple ) है। ये मंदिर केतु को समर्पित है जो कि केरल के किजापारम्पलम के गांव में स्थित है। इस मंदिर में दूध का अभिषेक किया जाता है, लेकिन जो बात हर किसी को हैरान करती है वो ये कि दूध चढ़ाने के बाद नीले कलर का हो जाता है। इस मंदिर को नागनाथस्वामी मंदिर के नाम से जाना जाता है। जिसे कटि स्थान के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर कावेरी नदी के तट पर स्थित है। इस मंदिर के कई रहस्य हैं।
इस मंदिर में छुपे रहस्य के कारण ही यहां लोगों में इसको लेकर काफी लोकप्रियता है। हालांकि यह मंदिर केतु को समर्पित है, मंदिर के प्रमुख भगवान शिव हैं। इसलिए इस मंदिर को नागनाथ के नाम से भी जाना जा सकता है।इस मंदिर में राहु को दूध चढ़ाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। माना जाता है कि मंदिर में कई लोग दूध चढ़ाते हैं जब दूध का रंग सफेद से नीले में बदल जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग केतु ग्रह के दोष से पीड़ित हैं। उनके द्वारा दिया गया दूध रंग बदलता है।