बताया जाता है कि लड़की अविवाहित है। उसकी उम्र 25 साल है। लड़की का नाम होली है। उसने सेरोगेट मदर बनने का निर्णय अपनी मां की वजह से लिया। क्योंकि उसकी मां ने एंड्रियू नामक शख्स से दूसरी शादी की है। वे अपना बच्चा चाहते थे। मगर उनकी मां ने पहले पति से तीन बच्चे होने के बाद अपनी नसबंदी करा ली थी। ऐसे में दोबारा गर्भधारण करना उनके लिए नामुमकिन था। इसके लिए उन्होंने कई डाॅक्टरों से भी संपर्क किया, लेकिन बात नहीं बनी। तभी होली ने अपनी मां की खुशी के लिए अपने सौतेले पिता के बच्चे को जन्म देने का निर्णय लिया।
होली ने बताया कि उनकी मां फाये अपने दूसरे पति एंड्रियू के बच्चे को जन्म देना चाहती थीं। मगर उनकी प्रेगनेंसी में दिक्कतें थीं। डाॅक्टरों ने पहले उनकी मां के अंडकोष और एड्रियू के स्पर्म से भू्रण तैयार करने की कोशश की थी, लेकिन इसमे कामयाबी नहीं मिली थी। तभी उन्होंने इसे अपनी गर्भ में इंप्लांट कराया। 9 महीने तक उन्होंने हाई प्रोटीन एवं अन्य पौष्टिक भोजन किया। बेटी को जन्म देने के बाद होली ने इसे अपनी मां को सौंप दिया। पहले परिवार के लोग इस तरह से जन्मी बच्ची को अपनाने में हिचकिचा रहे थे। हालांकि बाद में सब मान गए। होली का कहना है कि वो अपने सौतेले पिता की बेटी को अपनी बहन मानेंगी।