कार्डियो एक्सरसाइज जैसे कि रनिंग, स्प्रिंटिंग, साइकलिंग और स्विमिंग आदि फैट बर्निंग के लिए काफी मददगार होती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार कार्डियो एक्सरसाइज एरोबिक एक्सरसाइज है, और जितना अधिक एरोबिक एक्सरसाइज लोग करते हैं, उतना ही अधिक पेट की चर्बी कम होती है। कार्डियो एक्सरसाइज को वेट टे्रनिंग एक्सरसाइज के साथ करने से दोगुना फायदा होता है। क्योंकि अत्यधिक कार्डियो से मांसपेशियों का नुकसान हो सकता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दाैरान आपकाे अपने पहले आहार और दूसरे आहार में एक लम्बा गैप रखना हाेता है। जो 12 घंटे से 20 घंटे तक का हो सकता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग से आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन की कुल संख्या कम हो जाती है, जिससे आपके द्वारा ली जाने वाली कैलोरी की मात्रा में काफी कमी आती है। यह वजन घटाने के लिए आपके हार्मोन्स को भी सक्रिय करता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई तरीके हैं, जिसमें 12:12 विधि ( 12 घंटे के लिए उपवास और अगले 12 के दौरान खाना ), 5: 2 विधि ( 5 दिनों के लिए नियमित रूप से खाएं और अगले 2 दिन उपवास करें या बहुत कम खाएं ), वॉरयिर डाइट ( 20 घंटे के लिए उपवास और शेष 4-घंटे के दौरान भोजनभोजन ) और 16: 8 विधि ( 16 घंटे के लिए उपवास और दिन के अगले 8 घंटों के दौरान भोजन करना ) शामिल हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार पैटर्न का चुनाव कर सकते हैं। अध्ययन बताते हैं कि आंतरायिक उपवास भी आपके वजन को प्रबंधित करने का एक शानदार तरीका है।
अपने भोजन में उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें। साबुत अनाज, ब्रोकोली, गाजर, हरी मटर, बीन्स, जई, नाशपाती, संतरे और दालों जैसे उच्च फाइबर खाद्य पदार्थों को डाइट में जोड़ने से आंत स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है और वजन घटाने में मदद मिलती है। हाई फाइबर डाइट आपको लम्बे समय तक भूख नहीं लगने देती। जिससे आपकी बार-बार खाने की इच्छा नहीं होती।