ओपीडी में तो काफी समय तक इंतजार के बाद नम्बर
बाड़मेर में बुखार का असर ग्रामीण के साथ शहरी इलाकों में भी तेजी से बढ़ रहा है। वायरल के साथ डेंगू और मलेरिया के रोगी भी शामिल है। बुखार बच्चों को भी चपेट में ले रहा है। इसके चलते ओपीडी में मरीजों की लम्बी कतारें लग रही है। बच्चों की ओपीडी में तो काफी समय तक इंतजार के बाद नम्बर आ रहा है।
थकान और कमजोरी के लक्षण
चिकित्सकों के अनुसार पोस्ट वायरल सिंड्रोम होने पर मरीज को हमेशा थकान और कमजोरी महसूस होती है। ये मरीज पहले वायरल की चपेट में आ चुके है और कुछ दिनों तक दवा लेने के बाद ठीक हो गए। ऐसे मरीज अस्पताल पहुंचकर चिकित्सक को थकान और कमजोरी की शिकायत बता रहे हैं।
बुखार के साथ खांसी-जुकाम
अब मौसम में बदलाव आने के बाद बुखार के साथ खांसी-जुकाम के रोगी बढऩे शुरू हो गए है। सर्दी की शुरूआत के बाद बचाव नहीं करने पर जुकाम हो रहा है। बच्चों में भी निमोनिया की शिकायत सर्दी के बाद लगातार बढ़ रही है। वहीं खांसी के मामले भी बढ़े हैं।
ओपीडी 3500 रोगी रोजाना
राजकीय मेडिकल कॉलेज सम्बद्ध अस्पताल की ओपीडी 3500 के पार चल रही है। इसमें सबसे अधिक रोगी बुखार और खांसी-जुकाम के है। अस्पताल की अन्य ओपीडी में कहीं पर भी लम्बी कतारें नहीं लगती है। लेकिन जनरल ओपीडी के बाहर सुबह से लेकर दोपहर बाद तक मरीजों की लाइनें देखी जा सकती है।
मौसमी बीमारियों के कुल केस
जिला ……डेंगू ….मलेरिया बाड़मेर ….322 …..390 बालोतरा ….147 ….17 (स्रोत स्वास्थ्य विभाग…24 अक्टूबर 2024 तक)