एक तरफ टीम द्वारा उसे समझाने का प्रयास किया गया तो वहीं दूसरी तरफ वो बेतहाशा रोते रोते बस इसी जिद पर अड़ी है कि, ‘मुझे घर वापस नहीं जाना। मैं उसके साथ ही रहना चाहती हूं। मैं शादी करके ही यहां से लौटूंगी। जान दे दूंगी, पर बगैर शादी के नहीं जाऊंगी।’ नाबालिग लड़की का इतना सख्त रवैय्या देख टीम ने लड़की के परिजन को सूचना दी और विदिशा आने की बात कही- इसपर नाबालिग के परिजन ने लड़की को ट्रेन में बैठाकर वापस भेज देने की बात कहकर फोन रख दिया। हालांकि बाल संरक्षण आयोग के आदेश के बाद ही तय होगा कि उसे किस प्रकार से उसके घर पहुंचाना है। इधर, लड़की द्वारा कराई गई पहचान के अनुसार लड़का भी नाबालिग है।
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लड़की ने सुनाई प्रेम कहानी
नाबालिग लड़की ने चाइल्जड लाइन की टीम को बताया कि, 7 महीने पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर लड़के की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी। मैंने उसे सीन तो कर लिया, पर एक्सेप्ट चार -पांच दिन के बाद किया। हम चैट पर बातचीत करने लगे। उसी दौरान उसने बता दिया था कि, वो मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के एक गांव में रहता है। उसकी भी उम्र उसी के बराबर है। शुरुआत में तो सब नॉर्मल था, लेकिन करीब डेढ़ महीने बाद उसने प्यार का इजहार किया। कुछ दिन सोचने के बाद मैंने भी हां कह दिया। इसके बाद हमने अपने नंबर भी एक्सचेंज किये। चैट और वीडियो कॉल पर बातें शुरु हो गईं। कई बार हमारी बातें सुबह से रात तक चलने लगीं। घर पर मामी की वजह से कॉल की जगह चैट पर बातचीत किया करते थे।
नाबालिग लड़की ने बताया कि, वो 12वीं क्लास में हूं। 30 मार्च के पहले एग्जाम खत्म होने वाले थे। इस कारण दोनों ने तय किया कि, 30 मार्च के बाद हम घर से निकलकर दिल्ली में मिलेंगे। यहीं शादी करके दोनों साथ में रहेंगे। लड़की ने बताया कि, उसके तीन पेपर होने के बाद ही उसने दिल्ली निकलने की तैयारी शुरू कर दी। घर पर रखे सोने-चांदी के जेवर और कुछ नकदी भी चोरी कर बैग में रख लिए थे। लेकिन, घर से नगदी और जेवर चोरी करने के बाद वो डर गई। फिर दोनों ने 19 मार्च को ही फैसला कि, अगले दिन घर से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। अगले दीन लड़के ने उसे बताया कि, उसने दादाजी की पेटी से एक लाख रुपए निकाल लिए हैं। उसने वीडियो कॉल कर वो रुपए दिखाए भी। मुझे हावड़ा एक्सप्रेस से दिल्ली पहुंचाना था, जबकि उसने कहा था कि उसकी ट्रेन के पहुंचने के पहले वो दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंच जाएगा। लड़के ने दोपहर 12.30 बजे कॉल कर बताया कि वह घर से रुपए लेकर बाइक से गंजबासौदा के लिए रवाना हो गया है।
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लड़के ने कहा- ‘मैं दिल्ली नहीं आ सकता, तुम गंजबासौदा आ जाओ’
गंजबासौदा से ट्रेन पकड़कर दिल्ली के लिए रवाना होने की तैयारी थी। मैंने भी अपने कपड़े और डॉक्यूमेंट रख लिए। घर से 3 बजे स्कूल में कुछ काम होने का कहकर निकली और रिक्शे से बस स्टैंड पहुंची। यहां से मैं रेलवे स्टेशन पहुंची। हालांकि लड़का गंजबासौदा पहुंचता, इसके पहले ही उसके बड़े पापा ने उसे पकड़ लिया। बिना काम के बाइक से तेजी से जाने का कारण पूछा तो वो घबराकर सबकुछ बोल गया। उसके बैग में रखे एक लाख रुपए भी पकड़ लिए गए हैं। मैं रेलवे स्टेशन पहुंची, तभी लड़के का कॉल आया। उसने कहा- घरवालों को सब पता चल गया है। तुम दिल्ली की जगह गंजबासौदा आ जाओ। मैं स्टेशन पर तुम्हें मिलूंगा। मैंने ट्रेन का पता किया। टीसी से बात कर ट्रेन में सवार हो गई। जब यात्रियों ने मुझसे पूछा-कहां जा रही हो तो मैंने कहा- मामा के घर। इसके बाद उन लोगों ने मेरी हेल्प की। गंजबासौदा आने पर उतरने को भी कहा।
स्टेशन पर मिला लड़के का परिवार
स्टेशन पर उतरी तो एक लड़का आया, उसने कहा- वह उसके प्रेमी के बुआ का लड़का है और लेने आया है। बाहर निकलकर वह मुझे रेस्टोरेंट में ले गया और खाना खिलाया। उसने कॉल किया। कुछ देर बाद लड़के के बड़े पापा, फूफा और अंकल आ गए। उन्होंने कहा- अपना आधार कार्ड दिखाओ। आईडी देखने के बाद वे टेंशन में आ गए, क्योंकि मैं अभी 18 साल की नहीं हुई हूं। यहां से वे मुझे लेकर एक पुलिसवाले अंकल के घर पहुंचे। बातचीत के बाद उन्होंने कहा- अपने घर पर पूछो कि उन्होंने पुलिस में शिकायत तो नहीं की है। मैंने मां को कॉल किया तो उन्होंने बताया कि, हमने केस दर्ज करवा दिया है। मां को पूरी बात बताई तो वे बोलीं- तुम लड़के को लेकर यहां आओ, तुम्हारी शादी करवा देंगे। अगर लड़के के परिवार के लोग भी आना चाहें तो उन्हें भी ले आओ। यहां से वे मुझे लेकर रेलवे स्टेशन पहुंचे और किसी को कॉल किया। चाइल्ड लाइन वालों के आने के पहले वे स्टेशन से चले गए। इसके बाद मैडम मुझे साथ ले आईं।
बाल कल्याण समिति के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई होगी
इस मामले को लेकर चाइल्ड लाइन की काउंसलर दीपा शर्मा का कहना है कि, 20 मार्च को हमें कॉल आया कि पश्चिम बंगाल की रहने वाली लड़की भागकर गंजबासौदा आ गई है। वो नाबालिग है और रेलवे स्टेशन पर बैठी है। इस पर हम तत्काल रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां लड़की मिल गई। पूछा तो उसने पूरी कहानी बताई। उसने ये बताया कि, लड़के के घरवाले आए थे, वे लोग ही उसे स्टेशन से घर वापस जाने का कहकर छोड़कर गए हैं। इसके बाद जब उसने लड़के को कॉल किया तो उसने कहा-तुम बस में बैठ कर गांव आ जाओ, मैं तुम्हें लेने आऊंगा। हालांकि लड़की ने उसे गंजबासौदा आने को कहा। लेकिन, काफी देर बाद भी वो नहीं आया। दीपा के अनुसार, नाबालिग के बताए अनुसार हमने पश्चिम बंगाल पुलिस से बात की। वहां लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज हो चुकी है। इसके बाद हमने लड़की को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया। फिलहाल, अब बाल कल्याण समिति से जो आदेश मिलेगा उसके बाद लड़की और लड़के के संबंद में कोई फैसला लिया जाएगा।