UP Weather Heavy Rain: UP में अगले 4 दिनों तक होगी मूसलाधार बारिश, मौसम विभाग ने जारी की हाई अलर्ट चेतावनी
Rain Alert in UP: उत्तर प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है और 15 जुलाई से प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक अच्छी बरसात और वज्रपात की चेतावनी जारी की है।
UP Weather Heavy Rain: उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है और 15 जुलाई को प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। कुशीनगर, महाराजगंज, गोंडा और सिद्धार्थनगर समेत कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक प्रदेश में अच्छी बरसात की भविष्यवाणी की है, जिससे तापमान में कमी तो आई है लेकिन उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है।
सोमवार को प्रदेश के तराई इलाकों में अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग ने सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर आदि जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी है। लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
पश्चिमी यूपी और पूर्वी यूपी के कई जिलों में बिजली गिरने और बादल गरजने के आसार हैं। सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संतरविदास नगर, आजमगढ़, मऊ, देवरिया और गोरखपुर में भी बिजली गिरने की संभावना है।
संतकबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और लखीमपुर खीरी में भी बादल गरजने और बिजली गिरने की संभावना है। 16 और 17 जुलाई को प्रदेश के दोनों हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
पिछले 24 घंटों में प्रयागराज में सर्वाधिक तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि गाजीपुर में सबसे कम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
यूपी में बाढ़ का कहर
भारी बारिश के बाद कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। गोरखपुर में भी बाढ़ ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। पिछले दो दिनों में राप्ती, गोर्रा, आमी, रोहीन और कुआनो नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि प्रदेश में 1 जून 2024 से 14 जुलाई 2024 तक 239.2 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 114.2 प्रतिशत है।
बीते 24 घंटों में प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से 5 लोगों की जान गई है। इनमें से 1 व्यक्ति सर्पदंश से और 4 लोग डूबने से मारे गए हैं। रामगंगा, कुन्हरा, राप्ती, घाघरा, बूढ़ी राप्ती, रोहिन और क्वानो नदियां खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं।