काशी के विकास का नया आयाम रोप-वे प्रधानमंत्री के सपने को धरातल पर उतारने में लगी योगी सरकार रोप-वे परियोजना में कोई कोर कसार नहीं छोड़ना चाहती है। ऐसे में इस रोप-वे से नित्य नई सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं जबकि अभी तक इसका काम धरातल पर शुरू नहीं हो सका है। डबल इंजन सरकार की इस योजना से रेलवे स्टेशन से आने वाले यात्रियों को काशी विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट तक जाना आसान हो जाएगा। भीड़-भाड़ वाले इलाके में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे चलने से वाराणसी में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को काफी राहत भी मिलेगी।
अत्यधिक गर्मी में होगी वेंटिलेशन की व्यवस्था नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड की प्रोजेक्ट डायरेक्टर पूजा मिश्रा ने बताया कि काशी में रोप-वे परियोजना जल्द ही साकार होती दिखाई देगी। इस परियोजना में लगने वाली ट्राली के केबिन काशी के मौसम के अनुकूल होंगे और सभी में वेंटिलेशन की व्यवस्था होगी।
सूरज की रौशनी भी नहीं करेगी परेशान उन्होंने बताया कि यूरोपियन तकीनीक से तैयार हो रहे इन केबिन में लगने वाली खिड़कियां खास होंगी। इसमें लगे विशेष मैटेरियल सूरज की किरणों को रिफ्लेक्ट कर देंगे इससे अंदर का तापमान हमेशा एक जैसा बना रहेगा।
दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधा प्रोजेक्ट मैनेजर के अनुसार इस रोप-वे की ट्रालियां खास यूरोपियन डिजाइन से बनाया जा रहा है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बताया कि कार केबिन को दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया गया है। दिव्यांगजन अपनी व्हीलचेयर के साथ इसमें बैठ सकते हैं। एक केबिन कार में 10 पैसेंजर बैठ सकते है।
जाम से मिलेगी निजात काशी में जाम एक बड़ी समस्या है। प्रधानमंत्री ने इस रोप-वे के शिलान्यास के समय कहा था कि काशी आने वाले लोग जब खाली होते हैं और उनके पास समय भी होता है तो वो जाम की वजह से घाट और विश्वनाथ जी नहीं जाते और स्टेशन पर समय बिताते हैं। उनके लिए ये रोप-वे परियोजना कारगर साबित होगी।