बीएचयू में एसवीडीवी में डा.फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर छात्रों का एक गुट विरोध कर रहा है। पूर्व में हुए आंदोलन में ही छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से कुछ सवाल पूछे थे और उसका लिखित जवाब मांगा था। छात्रों ने 10 दिन का समय देते हुए पूर्व में अपना आंदोलन खत्म कर दिया था। छात्रों का आरोप है कि निर्धारित अवधि बीत जाने के बाद भी जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने जवाब नहीं दिया तो छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया। छात्रों ने संकाय में तालाबंदी करके धरना दिया है। छात्रों ने वीसी व विश्वद्यिालय प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने ऐलान किया कि इस बार आरपार की लड़ाई लड़ी जायेगी।
यह भी पढ़े:-आपदा प्रबंधन में सहयोग करेंगे NDRF फ्रेंड्स नवम्बर से छात्रों ने शुरू किया था विरोधछात्रों ने नियुक्ति के विरोध में सबसे पहले सात नवम्बर से आंदोलन किया था। छात्रों का आरोप था कि मुस्लिम प्रोफेसर से हिन्दू धर्म के कर्मकांड को सीखाने से महामना की मंशा पर चोट करना होगा। छात्रों का आंदोलन 22 नवम्बर तक चला था उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन से वार्ता के बाद आंदोलन खत्म हुआ था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले कहा था कि डा.फिरोज खान कर्मकांड नहीं संस्कृत पढ़ायेंगे।
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