पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्रा की बेटी की कोरोना से मौत, छोटी बेटी का आरोप- एक बार भी बहन को देखने नहीं दिया
Corona Virus- पंडित छन्नूलाल मिश्र की छोटी बेटी नम्रता ने मेडविन अस्पताल के डॉक्टरों पर लगाया है कि इलाज के नाम पर लाखों रुपये ले लिया लेकिन ठीक से मरीज का इलाज नहीं किया
पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्रा की बेटी की कोरोना से मौत, छोटी बेटी का आरोप- एक बार भी बहन को देखने नहीं दिया
वाराणसी. जनपद में कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन की किल्लत के खबरों के बीच कोविड अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही और मनमाने ढंग से वसूली की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। डॉक्टरों की इसी लापरवाही के चलते पीएम मोदी के प्रस्तावक और पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्रा की बेटी की मौत हो गई। पंडित छन्नूलाल मिश्र की छोटी बेटी नम्रता ने मेडविन अस्पताल के डॉक्टरों पर लगाया है कि इलाज के नाम पर लाखों रुपये ले लिया लेकिन ठीक से मरीज का इलाज नहीं किया। आरोप है कि एक मई को उसकी बहन की मौत हो गई। लेकिन इसके पहले डॉक्टरों ने एक बार भी उसे देखने तक न दिया। इससे पहले पंडित छन्नूलाल की पत्नी मनोरम की भी कोरोना से मौत हो गई थी।
पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल लाल मिश्रा की बड़ी बेटी संगीता मिश्रा कोरोना से पीड़ित थी। उसे मैदागिन स्थित मेडविन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भर्ती के समय डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में दो से चार बजे के बीच सीसीटीवी कैमरे के जरिए टीवी स्क्रीन पर देखने की बात कही थी। लेकिन जब उनके परिवार के लोगों ने अस्पताल के डॉक्टरों से बीमार बेटी को देखने की गुहार लगाई तो अस्पताल के डॉक्टर ने टालमटोल शुरू दी। उन्होंने डॉक्टर से मिन्नतें की लेकिन डॉक्टर ने उन्हें उनकी बीमार बेटी की तस्वीर नहीं खिंचने दी और एक मई को उसकी मौत हो गई।
डीएम ने दिए जांच के आदेश संगीता मिश्रा की मौत के बाद सोमवार को पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र की छोटी बेटी नम्रता अस्पताल पहुंची और डॉक्टरों पर धनउगाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज दिखाने की मांग की तो अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी भाग खड़े हुए जिसके बाद अस्पताल में घण्टों हंगामे का दौर चला। अस्पताल में हंगामे की जानकारी के बाद कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। नम्रता ने अस्पताल के डॉक्टरों पर अपने बहन के हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को इसकी लिखित शिकायत की है। अस्पताल की लापरवाही के बाद जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मामले में जांच की बात कही है।