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यूपी में अधिक से अधिक सांसद जीताने की जिम्मेदारी सीएम योगी की भी है। पीएम नरेन्द्र मोदी व बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मिशन यूपी के लिए खास तैयार तैयारी की है। गोरखपुर को सीएम योगी का गढ़ माना जाता है। इस क्षेत्र की सभी 9 सीटों पर वर्तमान में बीजेपी सांसद है और फिर से इन सीटों पर कमल खिलाने की जिम्मेदारी सीएम योगी की है। यदि बीजेपी को इन सीटों पर विजय मिलती है तो सीएम योगी का पार्टी में कद और बढ़ जायेगा। यदि बीजेपी इन सीटों पर चुनाव हार जाती है तो सीएम योगी का भविष्य भी फंस सकता है क्योंकि उस समय सीएम योगी यह नहीं का पायेंगे कि उनकी सरकार नहीं थी या इन सीटों पर दूसरी पार्टी के प्रत्याशी चुनाव जीते थे।
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गोरखपुर, देवरिया,सलेमपुर, महराजगंज, कुशीनगर, डुमरियागंज, संत कबीरनगर, बांसगांव व बस्ती
इन सीटों पर बीजेपी के सांसद
गोरखपुर सीट पर पहले खुद योगी आदित्यनाथ सांसद थे बाद में हुए उपचुनाव में निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद ने सपा के सिंबल से चुनाव लड़ कर यह सीट बीजेपी से छीनी थी। अब प्रवीण निषाद खुद बीजेपी में आ गये हैं। देवरिया सीट पर कलराज मिश्रा का कब्जा था। इस बार कलराज मिश्रा ने चुनाव नहीं लड़ेंगे। सलेमपुर में बीजेपी सांसद रविन्द्र कुशवाहा है और फिर से इसी सीट से चुनाव लडऩे जा रहे हैं। महराजगंज से बीजेपी सांसद पंकज चौधरी को फिर इसी सीट से टिकट मिला है।, कुशीनगर से गुड् पांडेय सांसद है और बीजेपी ने वर्तमान सांसद का टिकट काट कर विजय दूबे को प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी ने , डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल पर फिर से भरोसा जताते हुए टिकट दिया है। संत कबीरनगर से सांसद है शरद त्रिपाठी और बीजेपी ने अभी तक किसी को प्रत्याशी नहीं बनाया है। जबकि बांसगांव से सांसद कमलेश पासवान व बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी को बीजेपी ने फिर से उन्ही की सीट पर मैदान पर उतारा है।