शृंगार गौरी प्रकरण में पांच महिलाओं की मांग जानें ज्ञानवापी.शृंगार गौरी प्रकरण में पांच महिलाओं की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र में इतिहास, पुराणों संग मंदिर के इतिहास से लेकर उसके संरचना का जिक्र करते हुए दर्शन पूजन का अधिकार मांगा गया था। मांग किया है कि ज्ञानवापी परिसर स्थित शृंगार गौरी और विग्रहों को 1991 की पूर्व स्थिति की तरह नियमित दर्शन.पूजन के लिए सौंपा जाए और सुरक्षित रखा जाए। जिन्होंने कोर्ट में यह वाद दाखिल किया है, उनके नाम राखी सिंह हौजखास नई दिल्लीए लक्ष्मी देवी सूरजकुंड लक्सा वाराणसी, सीता साहू सराय गोवर्धन चेतगंज वाराणसी, मंजू व्यास रामधर वाराणसी और रेखा पाठक हनुमान पाठक वाराणसी हैं।
इस वाद में प्रतिवादी हैं चीफ सेक्रट्ररी के जरिए उत्तर प्रदेश सरकारए जिलाधिकारी वाराणसीए पुलिस कमिश्नरए ज्ञानवापी मस्जिद की देखरेख करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जिला जज वाराण्सी को सौंपी जिम्मेदारी
दरअसलए इस मामले में तत्कालीन सिविल जज रवि कुमार दिवाकर ने सर्वे का आदेश जारी किया था। इसके बाद ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर का सर्वे किया गया था। इसी सर्वे के बाद मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग के होने का दावा किया गया वहीं मुस्लिम पक्ष ने इसे फव्वारा बताया। इस मामले में विवाद इतना बढ़ गया कि सर्वे के खिलाफ अंजुमन इंतेजामिया कमेटी सुप्रीम कोर्ट चली गई। सुप्रीम कोर्ट ने मामला सुनवाई योग्य है या नहीं पर फैसले लिए इस मुकदमे को जिला जज की अदालत में भेज दिया था।
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– ज्ञानवापी मस्जिद फैसला : पूरे यूपी में अलर्ट जारी, निगरानी में सोशल मीडिया भी कोर्ट में चल रहे हैं आधा दर्जन मामले वैसे तो काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे अलग.अलग कोर्ट में लंबित हैं।
पूरे यूपी में अलर्ट जारी, निगरानी में सोशल मीडिया भी श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन मामले में जिला जज अदालत के फैसले को लेकर प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। संवेदनशील जगहों पर खास नजर रखी जा रही है। प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि, संवेदनशील इलाकों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस पेट्रोलिंग कर रही है। धर्मगुरुओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है जिससे कि कोई भी अराजक तत्व इस स्थिति का लाभ न उठा सके।
हनुमान चालीसा का पाठ फैसले से ठीक पहले वाराणसी में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। वाराणसी के कंपनी बाग स्थित हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। हनुमान चालीसा की चौपाइयों के साथ ये लोग तालियां बजाकर ये प्रार्थना कर रहे हैं कि आज जो ज्ञानवापी पर फैसला आने वाला है वो हिन्दू पक्ष में आए।