लाउडस्पीकर पर सभी लोगों ने जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी हाल में कानून व्यवस्था को हाथ में नही ले। भड़काऊ बाते व अफवाहों से बचे। जिले की शांति व्यवस्था कायम रखना सभी की जिम्मेदारी है। पुलिस अधिकारियों को उम्मीद है कि उनकी अपील का फायदा होगा ओर लोग किसी बहकावे में नहीं आयेंगे। जिले में बजरडीहा की घटना के दूसरे दिन शांति रही। संवेदनशील स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। इंटरनेट पहले से ही बंद कर दिया गया था जिसके चलते किसी को अफवाह फैलाने का मौका नहीं मिल पाया। पथराव के बाद भगदड़ से हुई सगीर की मौत के बाद भोर में उसे सुपुर्दे खाक कर दिया गया। डीएम के अनुसार अन्य घायलों की स्थिति में सुधार हो रहा है।
यह भी पढ़े:-पथराव कर भाग रही भीड़ के कुचलने से हुई सगीर की मौत पुलिस तेजी से कर रही उपद्रवियों की पहचानपुलिस तेजी से उपद्रवियों की पहचान करने में जुटी है। पुलिस का मानना है कि साजिश के तहत ही लोगों को जुलूस निकालने के लिए उकसाया गया था। इसमे बाहरी जिलो व प्रदेश से आये लोग भी शामिल थे। पूर्व में पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था उनकी रिमांड ली गयी है। पुलिस के लिए सबसे अधिक दिक्कत बच्चों व युवाओं का भीड़ में शामिल होना है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने खुद कहा कि बजरडीहा में भीड़ में अधिकांश लोग 10 से 30 साल आयु के थे और इनका कोई लीडर भी नहीं था।
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