उन्होंने कहा कि घटना की साजिश में शामिल कुछ लोगों की पहचान की गयी है। इसमे पार्षद तक शामिल है। प्रदर्शनकारियों के हाथ में अंग्रेजी में लिखे पोस्टर थे जो कही और से छपवा कर मंगाये गये थे। जुमे की नमाज के बाद भीड़ शांति से लौट रही थी। बजरडीहा में एक ही जगह पर हजारों लोग एकत्रित होकर जुलूस निकालना चाहते थे। ऐसे लोगों को लाउडस्पीकर से समझाया गया था लेकिन वह नहीं माने। धर्मगुरुओं ने भी बहुत समझाया था इसके बाद भी वह नहीं माने। डीएम ने कहा कि भीड़ ने जब पथराव किया तो स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। डीएम ने कहा कि बजरडीहा की घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने बेहद संवेदनशीलता दिखायी है और किसी को पकड़ा नहीं गया है। मुख्य षडयंत्रकारियों पर ही कार्रवाई की जा रही है वह अभी फरार है। जिलाधिकारी ने कहा कि आम लोगों को किसी से डरने की जरूरत नहीं है। उनसे यही अपील करते हैं कि किसी के भड़कावे में नहीं आये। इंटरनेट बंद करने के प्रश्र पर जिलाधिकारी ने कहा कि बजरडीहा की घटना के बाद ही इंटरनेट को चालू नहीं किया। रात में कुछ लोग गायब होने व पुलिस की गोली से मौत होने की अफवाह उड़ा रहे थे। रविवार को सुबह 10 बजे से इंटरनेट की सेवा बहाल कर दी जायेगी।
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