श्री भगवान महावीर 2550 वां निर्वाण महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ मणीन्द्र जैन ने बताया कि विश्व को अहिंसा और शाकाहार का संदेश देने वाले भगवान महावीर के आगामी वर्ष 2023 में 2550वां निर्वाणोत्सव विशाल स्तर पर मनाया जाएगा। इस मौके पर पूरे वर्षभर आयोजन होंगे। भगवान महावीर के सिद्धांतों को जन—जन तक प्रसारित करने के लिए जयपुर के भट्टारकजी की नसियां से अहिंसा रथ प्रवर्तन समारोह होगा। आचार्य लोकेश मुनि ने भी भगवान महावीर के सिद्धान्तों को जन जन तक प्रचारित करने का आह्वान किया है।
विश्व शांति व सौहार्द का करेंगे प्रचार
निर्वाणोत्सव समिति के अध्यक्ष मणीन्द्र जैन ने बताया कि राज्यपाल कलराज मिश्र सहित धर्मगुरु इस रथ को रवाना करेंगे। पहले यह रथ राजस्थान में भ्रमण करेगा। इसके बाद यहां से तमिलनाडु जाएगा। वहां लोगों को जागरूक करने के बाद आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, गोवा होते हुए अगले साल अक्टूबर में यह रथ दिल्ली में पहुंचेगा। इस बीच रथ की अगुवानी पुणे में अन्ना हजारे सहित कई जाने—माने लोग करेंगे। दिल्ली में रथ की अगुवानी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। रथ के माध्यम से अहिंसा, शाकाहार, ब्रह्मचार्य, पर्यावरण के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा। वहीं विश्व शांति व सौहार्द का प्रचार—प्रसार किया जाएगा। यह रथ देश के प्रमुख शहरों, कस्बों एवं गांवों में लगभग 70 हजार किलोमीटर की अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूरी करेगा।
धर्मगुरू करेंगे शिरकत
रथ को रवाना करने के लिए आयोजित इस मौके पर सभी धर्मों के धर्मगुरु व अन्य लोग मौजूद रहेंगे। इसके जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इससे पूर्व शनिवार को कार्यक्रम के बारे में पदाधिकारियों ने बैठक में कई जानकारियां दी। इस दौरान दिगंबर जैन महासमिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मणीन्द्र जैन ने बताया कि रथ के राष्ट्र भ्रमण के द्वारा बड़ी संख्या में जैन समाज समेत अन्य समाजों को जागरूक किया जाएगा।
‘धर्म तोड़ता नहीं, अपितु आपस में जोड़ता है’
आचार्य सुनील सागर ने कहा कि धर्म तोड़ता नहीं अपितु आपस में जोड़ता है। भगवान महावीर अहिंसा, शांति, सहिष्णुता के अग्रदूत थे। आज भगवान महावीर के सिद्धांतों की पूरी दुनिया को आवश्यकता है। यदि सारी दुनिया भगवान महावीर के सिद्धांतों पर चले व पूरी तरह से अपना लेवे तो दुनिया की हिंसा, युद्ध सहित सारी समस्याएं समाप्त हो जाएगी। व्यसन एवं बुराईयां दूर हो जावे तो मानव का जीवन सुखमय हो जाएगा तथा सुधर जाएगा।