डॉक्टर्स ने घोषित किया था मृत
उज्जैन के रहने वाले 50 साल के राधेश्याम पाटीदार को ब्रेन हेमरेज हो गया था और पहले उनका इलाज उज्जैन के एक हॉस्पिटल में चल रहा था। हालत गंभीर हुई तो परिजन राधेश्याम को 22 जनवरी को इंदौर के चोईथराम अस्पताल लेकर पहुंचे जहां दो दिन तक चले इलाज के बाद डॉक्टरों ने राधेश्याम को मृत घोषित कर दिया। राधेश्याम को मृत घोषित किए जाने के बाद परिजन उन्हें एंबुलेंस से वापस उज्जैन ला रहे थे तभी ऐसा कुछ हुआ जिसे परिवार के लोग चमत्कार कह रहे हैं। स्पीड ब्रेकर ने दी जिंदगी !
राधेश्याम की मौत की खबर मिलने के बाद उज्जैन में उनके घर पर परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। परिवार के कुछ सदस्य इंदौर से एंबुलेंस के जरिए राधेश्याम को वापस उज्जैन ला रहे थे लेकिन इसी दौरान एक स्पीड ब्रेकर पर एंबुलेंस उछली तो राधेश्याम की सांसें चलने लगीं। परिजन ने राधेश्याम के सीने पर हाथ रखा तो महसूस हुआ कि दिल धड़क रहा है। इसके बाद परिजन तुरंत राधेश्याम को लेकर उज्जैन के पाटीदार अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।