सती गेट बाजार का हाल
यही स्थिति शहर के सती गेट बाजार की भी है। यह बाजार 100 साल से भी पुराना है। सैकड़ों साल पुराने इस बाजार में आज दुनियाभर का सामान मिलता है। हर छोटा-बड़ा और नये जमाने का सामान यहां आसानी से मिल जाता है। दीपावली पर स्थिति यह रहती है कि त्योहारी सीजन में हर दिन यहां करोड़ों का कारोबार होता है।
वर्तमान में भी यही स्थिति
शहर के इस मार्केट में वर्तमान में जिस तरह की दुकानें, हैं, लगभग उस जमाने में भी ऐसी ही थीं। कहीं सेव-नमकीन-मिठाई, तो कहीं सूटकेस और गृहस्थी से जुड़ी छोटी-बड़ी चीज का यह समग्र बाजार शुरू से रहा है। यह बाजार शहर का सबसे बड़ा बाजार माना जाता रहा है। यहां कंठाल से लेकर सतीगेट, बड़ा सराफा, छोटा सराफा, छतरी चौक, गोपाल मंदिर कहीं से कहीं चले जाओ, बाजार ही बाजार नजर आता है। शहर भर के लोग खरीदारी के लिए ज्यादातर इसी बाजार में नजर आएंगे।
हर दिन होता है 5 करोड़ का व्यापार
सतीगेट व्यापारी संघ के अध्यक्ष विजय पगारिया ने बताया कि इस बाजार में लगभग 1500 से ज्यादा दुकानें हैं। इनमें कपड़ा, नमकीन, कटलरी, मेडिकल, जनरल स्टोर, सूटकेस वाले, प्लास्टिक मटेरियल, साडिय़ों की दुकानें, खाने-पीने की दुकानें, यहां तक कि एक नमकीन की दुकान तो 1935 की भी है, जिसका सन उन्होंने अपने बोर्ड पर लिखवा रखा है। यहां हर दिन लगभग 5 करोड़ का व्यापार होता है।
यहां यातायात संभालने सड़कों पर दिखी पुलिस
त्योहार के इस सीजन में जहां बाजारों में भीड़ नजर आने लगी है। उधर भीड़ को लुभाने दुकानदारों ने अपनी दुकानों को सजाने के साथ ही सड़कों पर भी अतिक्रमण कर लिया है। इन दुकानदारों के साथ ही सड़कों के किनारे दुकान लगाने वालों की संख्या भी इन दिनों बढ़ जाती है। यही हाल उज्जैन के बाजारों का है। यहां व्यापारियों को अपने-अपने वाहनों को लेकर समझाइश दी गई । इसके साथ ही चैनल के माध्यम से आम जनता से अपील की यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए पार्किंग में ही आने जाने वाले आम जनता अपना वाहन पार्किंग में खड़े करें जिससे व्यापारियों को और ग्राहकों को कोई भी समस्या ना हो।