प्रजापति ने बताया कि आरंभ में मेजरमेंट से लेकर मिट्टी से गढ़ाई, फाइबर में ढलाई और अंतत: फिनिशिंग टच के अलावा जब कभी आवश्यकता हुई, उन्होंने हर बार पूरे मनोयोग से जुड़े रहकर सहयोग दिया।
READ MORE: कभी पहरे में रखी जाती गणगौर तो कहीं घोड़े पर बिठा ले गए ईसर जयपुर में जन्मे पले-बढ़े इस कलाकार को लोग इनकी कृति बणी-ठणी के लिए माटी के कुशल चितेरे के रूप में पहचानते हैं। तभी तो अमिताभ बच्चन, जगजीत सिंह और लता मंगेशकर जैसी शख्सियतें इनसे मिलने इनके घर तक पहुंची और इंदिरा गांधी, बिल क्लिंटन, प्रिंस चाल्र्स, भैरोंसिंह शेखावत, सचिन तेंदुलकर जैसी हस्तियों के पोट्र्रेट भी इनकी जादुई अंगुलियों ने मिनटों-घंटों में हूबहू गढ़ लिए। मुर्ति