रेलवे की ओर से महाकुंभ स्पेशल ट्रेन के नाम से उदयपुर से धनबाद तक स्पेशल ट्रेन 19 जनवरी को चलाई जाएगी। ट्रेन प्रयागराज से 22 जनवरी को लौटेगी। ट्रेन की घोषणा होने के साथ ही पूरी सीटें बुक हो गई और वेटिंग आने लगी है। इधर, उदयपुर से प्रयागराज होते हुए सप्ताह में मात्र एक ट्रेन अनन्या एसप्रेस ही चलती है। उसके भी सभी क्लास के टिकटों में जनवरी और फरवरी माह में वेटिंग आ रही है। इधर, कई लोग रोजाना रिजर्वेशन कार्यालय पर आकर प्रयागराज की ट्रेनों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं और निराश लौट रहे हैं।
वंचित हो रहे संभाग के जिले
उदयपुर से आवागमन करने वाली ट्रेनों में उदयपुर, राजसमंद, डूंगरपुर, चित्तौडग़ढ़ के लोग सफर करते हैं। रेलवे द्वारा स्पेशल ट्रेन नहीं चलाकर चार जिलों के लोगों को निराश किया। इन सभी जिलों के लोग स्वयं आकर या परिचितों को भेजकर प्रयागराज की ट्रेनों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।
स्पेशल ट्रेन का शिड्यूल
रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेन संख्या 09609 उदयपुर से धनबाद तक 19 जनवरी दोपहर एक बजे रवाना की जाएगी। जो दूसरे दिन 20 जनवरी को सुबह 10.10 बजे प्रयागराज पहुंचेगी। इसके बाद उसी दिन रात 9 बजे धनबाद पहुंचेगी। 21 जनवरी को ट्रेन संख्या 09610 धनबाद स्टेशन से रात 11 बजे रवाना होगी। दूसरे दिन 22 जनवरी को सुबह 10.10 बजे प्रयागराज पहुंचेंगी। वहां से सुबह 10.20 बजे रवाना होकर 23 जनवरी सुबह 9.40 बजे उदयपुर पहुंचेगी। आने और जाने वाली दोनों स्पेशल ट्रेनों में वेटिंग चल रही है। इस ट्रेन में तत्काल कोटा भी नहीं है।
शाही स्नान का लाभ नहीं
कुंभ में दो शाही स्नान 13 और 14 जनवरी को हो चुके हैं। तीसरा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर होगा। चौथा 2 फरवरी को बसंत पंचमी और पांचवां 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर होगा। आखिरी शाही स्नान 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर होगा। स्पेशल ट्रेन 19 जनवरी को जाएगी और 22 जनवरी को लौटेगी। ऐसे में इस ट्रेन से सफर करने पर शाही स्नान का लाभ नहीं मिलेगा।
अन्य जगह दी कई ट्रेनें
जयपुर, कोटा, अजमेर, आगरा सहित कई जगहों से प्रयागराज के लिए एक से अधिक स्पेशल ट्रेनें दी गई हैं। वहीं मेवाड़ को एक ट्रेन देने से यात्रियों में नाराजगी है। यात्रियों को कहना है कि स्पेशल ट्रेन की घोषणा महाकुंभ के पहले ही हो जानी चाहिए थी। इससे यात्रियों को अपना प्रोग्राम बनाने में काफी आसानी होती।