इधर, मरीजों की मौत पर चिकित्सा विभाग जिला प्रशासन को ही गुमराह कर रहा है। महकमे ने कलक्टर को रिपोर्ट सौंपकर बताया कि राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित मृतकों की सूची में दो जिन्दा है। हकीकत यह है कि चिकित्सा महकमे ने नाम का भ्रम डाल अन्य बालक का जिक्र कर दिया। मृतक सिली निवासी मुकेश पुत्र भोमाराम (सात माह) है जबकि चिकित्सा विभाग ने इसकी जगह माजवाड़ा निवासी मुकेश पुत्र कैलाश (7 वर्ष) का जिक्र कर उसे जिन्दा बता दिया। एक अन्य मृतक तीन वर्ष का है जबकि चिकित्सा विभाग उसकी जगह नाम का भ्रम डालकर 30 वर्षीय युवक को जिन्दा बता रहा है।
www.patrika.com/rajasthan-news इनका कहना है माजवड़ा, कुर्रा, सीली में तीन टीमें शनिवार तक मुस्तैद कर रखी है। स्थिति देखते हुए इन टीमों को आगे भी रोक सकते है ताकि स्थिति से निपट सके। सायरा पीएचसी पर भी एक स्पेशलिस्ट तैनात है। अभी तक आसपास के इलाकों में बुखार व अन्य बीमारियों के 73 रोगी सामने आए हैं।
ओपी रायपुरिया, ब्लॉक सीएमएचओ गोगुंदा-सायरा