कृषि विभाग के सूत्रों के अनुसार उपखंड क्षेत्र में 49 हजार हैक्टेयर में मूंग की फसल की बुवाई की गई थी, लेकिन अत्यधिक वर्षा होने व रोग लग जाने से मूंग की फसल मे 70 से 80 प्रतिशत तक नुकसान हो जाने के चलते मंडी में मात्र चार-पांच सौ बोरी मूंग की आवक हो रही है, जिसके चलते व्यापारियों, पल्लेदारों में भी मायूसी छाई हुई है।
कृषि मंडी सूत्रों के अनुसार गत वर्ष 2019 में सितंबर माह में कृषि उपज मंडी में 24 हजार 474 क्विटंल मूंग की आवक हुई थी, जिससे 17 लाख 68 हजार रुपए मंडी टैक्स की आमदनी हुई थी। वहीं इस वर्ष सितंबर माह में 3 हजार 320 क्विंटल मूंग की आवक हुई, जिससे मात्र 3 लाख 67 हजार मंडी टैक्स की आवक हुई है।
वहीं गत वर्ष सितंबर-अक्टूबर माह में मंडी में प्रतिदिन 4 से 5 हजार बोरी मूंग की आवक हुआ करती थी। वहीं इस वर्ष 4 सौ से 5 सौ बोरी मूंग की आवक हो रही है। वहीं गत वर्ष समर्थन मूल्य पर क्रय विक्रय सहकारी समिति की ओर से मंडी में 46 हजार 6 सौ 50 बैग 15 करोड़ 38 लाख 66 हजार की खरीद की गई थी। वहीं इस बार अभी तक समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू नहीं हुई है। मंडी में 55 सौ से 7 हजार 2 सौ रुपए क्विंटल तक के भाव से मूंग की बिक्री की जा रही है।