टोंक बनास नदी गहलोद पर हाई लेवल ब्रिज निर्माण हो जाने के बाद टोंक जिला मुख्यालय से मालपुरा, टोडारायसिंह व पीपलू उपखंड मुख्यालय सहित करीबन दो दर्जन से अधिक गांव सीधे जुड़ सकेंगे, जिससे बरसात के मौसम में आने वाली आवागमन की समस्या से निजात मिल सकेगी।
उन्होंने बताया कि अब बनास नदी गहलोद के हाई लेवल ब्रिज के लिए 107.30 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की जा चुकी है, जिसका टेंडर जारी हो चुका है। कार्यादेश की प्रक्रिया चल रही है। पुल निर्माण के लिए वर्क आर्डर जारी होने के बाद से सम्बधित सवेंदक को 30 माह में कार्य पूरा करना होगा। उक्त वास्तविक कार्य पूर्ण होने के बाद 10 साल तक पुल का रख-रखाव व देखरेख निर्माण करने वाली कम्पनी को करना होगा।
उन्होंने बताया कि बनास नदी गहलोद हाई लेवल ब्रिज की लंबाई कुल 2 किमी होगी जिसके एक तरफ 500 व दूसरी तरफ 800 मीटर की एप्रोच रोड होगी। बैरवा ने बताया कि हाई लेवल ब्रिज की चौड़ाई 13 मीटर होगी जिसके दोनों ओर डेढ़- डेढ़ फुट की फुटपाथ भी होगी।
बैरवा ने बताया कि बनास नदी गहलोद हाई लेवल ब्रिज में 50 स्पेन होंगे, जिनकी एक दूसरे से दूरी 40 मीटर होगी। उन्होंने बताया कि बनास नदी गहलोद पर बनने वाले 107. 30 करोड़ रुपए की लागत से हाई लेवल ब्रिज का काम पूरा होने के बाद बनास नदी में आने वाले बीसलपुर बांध के गेट खुलने के बाद व बरसात के समय रपट बह (क्षतिग्रस्त) जाने के कारण होने वाली आवागमन की समस्या से निजात मिल सकेगी । इतना ही नही ईसरदा बांध के निर्माण हो जाने के बाद बनास नदी गहलोद रपट पर 8 फीट पानी रहने की संभावना है इस कारण आवागमन की परेशानी हो जाएगी, लेकिन इस हाई लेवल ब्रिज के बन जाने से यह समस्या हल हो जाएगी।