वर्तमान में तापमान का पारा ३९ से 40 डिग्री पहुंच रहा है। इस गर्मी से जनजीवन झुलसने लगा है। ऐसे में अप्रेल में नए सत्र के दौरान विशेषकर ग्रामीण अंचल के छात्रों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। इसका कारण जिले के स्कूलों में बिजली का अभाव है। वहीं स्कूलों में पेयजल तक की सुविधा नहीं है।
प्रत्येक विद्यालयों में यह हुई थी व्यवस्था
टीकमगढ़ के १६४५ प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय और निवाड़ी के ६२० प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में शासन द्वारा पेयजल योजना के तहत पानी की टंकी, बोर खनन, हैंडपंप खनन और पाइप लाइन को बिछवाया गया था। विभाग अनुसार दोनों जिलों के ५० विद्यालयों में पेयजल सुविधाएं नहीं है।
जल जीवव मिशन के तहत पहुंची पाइप लाइन, बनी शो पीस
जिले के सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में जल जीवन मिशन के तहत बोर खनन करके लोहे की पाइप लाइन बिछाई गई। स्कूल भवन के ऊपर पानी की टंकी रखी गई है, लेकिन वह आज शो पीस बनी है।
फैक्ट फाइल
७० फीसदी दोनों जिलों के स्कूलों में नहीं पहुंची बिजली
५० फीसदी दोनों जिलों के स्कूलों में नहीं है पेयजल सुविधा
१६४५- टीकमगढ़ जिले में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय
१२११- जिले में प्राथमिक विद्यालय
४३४- जिले माध्यमिक विद्यालय
६२०- निवाड़ी जिले में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय
४६४- जिले में प्राथमिक विद्यालय
१६६- जिले माध्यमिक विद्यालय
इनका कहना
गर्मी का सीजन शुरू हो गया है। दोनों जिलों के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में ५० फीसदी पानी नहीं है। गर्मी के सीजन में और अधिक परेशानियां सामने आएगी। वहीं ७० फीसदी बिजली की व्यवस्था नहीं है। ऐसे स्कूलों में बिजली और पेयजल व्यवस्था बनाने का कार्य जल्द ही किया जाएगा।
राजेंद्र समाधिया, सहायक उपयंत्री, सर्व शिक्षा अभियान टीकमगढ़/ निवाड़ी।