लोक शिक्षण आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव ने जून २०२३ में जारी करते हुए बताया था कि संकुल स्तर पर एरिया एजुकेशन ऑफिस (एईओ) की स्थापना की जानी है। उसके अधीन ४० से ५० स्कूल रहेंगे। उस क्षेत्र की सारी शिक्षण व्यवस्थाएं एरिया एजुकेशन ऑफिसर की रहेंगी। बीआरसी, बीईओ, बीएसी और सीएसी की व्यवस्था को बंद किया जाएगा।
पहली बार एजुकेशन पोर्टल को एआई आधारित बनाया गया है। इस अब विभाग द्वारा जिले के सभी स्कूलों का सत्यापन कर उसकी मैपिंग की जाएगी। इसमें कौन-कौन स्कूल बंद है, उन्हें हटाया जाएगा, जो वर्तमान में स्कूल चल रहे है। उन्हीं की अपडेट की जाएगी। इसमें निजी और सरकारी स्कूलों को शामिल किया जाएगा। एआई बैस पोर्टल में सभी छात्र-छात्राओं का डाटा अपलोड किया जाएगा। इसे वर्तमान में तैयार की जा रही आपार आईडी से लिंक किया जाएगा। इससे कोई भी छात्र एक स्कूल को छोडक़र देश के किसी भी स्कूल में प्रवेश लेता है तो उसकी जानकारी पोर्टल के पास होगी। एक क्लिक पर पोर्टल शाला त्यागी बच्चों की जानकारी उपलब्ध हो जाएगी।
बताया गया कि आगामी दिनों में शिक्षा विभाग को डिजीटल किया जाएगा। फेस रीडिंग से उपस्थिति दर्ज होगी और एजुकेशन पोर्टल ३.० से स्कूल में ली जाएगी। इसके तहत अधिकारियों को शिक्षकों, स्कूलों, छात्र-छात्राओं का डाटा सत्यापित कर अपडेट करने के निर्देश दिए गए है। कक्षा एक से १२ वीं तक की सभी कक्षाओं की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी को ही दी जाएगी। अभी पहली से ८ वीं तक राज्य शिक्षा केंद्र और ९ वीं से १२ वीं तक की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी की है।
डीपीसी पीआर त्रिापठी ने बताया कि शिक्षा विभाग में जल्द ही डिजीटल कार्य होगा। एक क्लिक पर सभी प्रकारी की जानकारी मिलेगी। कौन सा छात्र कहां पढ़ाई कर रहा है, किस किस ब्लॉक के स्कूल और कौन जिले में कितने छात्र पढ़ाई कर रहे है यह पोर्टल बता देगा। यह भी बताएगा की स्कूल से कितनी दूर पर छात्र का घर है। सरकार की विभिन्न योजनाओं को आसानी से लाभ मिलेगा। जिसमें लेपटॉप वितरण, साइकिल वितरण, पुस्तक वितरण के साथ अन्य योजनाओं का लाभ मिलेगा। इस में आपार आइडी का भी बहुत महत्व है। उनका कहना था कि इस व्यवस्था में डीपीसी और बीआरसीसी की जगह सहायक संचालक प्राथमिक और सहायक संचालक माध्यमिक पद की व्यवस्था की जाएगी।
अभी तो एरिया एजुकेशन ऑफिस बनाने के लिए स्कूलों को चिन्हित किया जाएगा। इन स्कूलों की एजुकेशन पोर्टल ३.० पर मैपिंग की जाएगी। यह एआई आधारित प्रक्रिया है। अभी सत्यापन का कार्य चल रहा है। इसके लिए समय लगेगा। इस कार्य में छात्रों की जानकारी के लिए आपार आइडी काम आएगी।
शरद कुमार खरे, आपार आइडी प्रभारी जिला शिक्षा विभाग।